अब आईकार्ड टांगेंगे गुरुजी, भागलपुर होगा पहला जिला

शिक्षक किस स्कूल में कार्यरत हैं अब यह पूछने की जरूरत नहीं पड़ेगी। परिचय पत्र से ही उनके बारे में जानकारी मिल जाएगी।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 06 Jun 2020 01:06 AM (IST) Updated:Sat, 06 Jun 2020 06:18 AM (IST)
अब आईकार्ड टांगेंगे गुरुजी, भागलपुर होगा पहला जिला
अब आईकार्ड टांगेंगे गुरुजी, भागलपुर होगा पहला जिला

भागलपुर। शिक्षक किस स्कूल में कार्यरत हैं, अब यह पूछने की जरूरत नहीं पड़ेगी। परिचय पत्र से ही उनके बारे में जानकारी मिल जाएगी। जुलाई से स्कूल खुलने के बाद प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च विद्यालयों के मास्टर साहब आईकार्ड टांगकर स्कूल आएंगे।

जिले के 10 हजार शिक्षकों को आईकार्ड बनाया जा रहा है। परिचय पत्र में शिक्षक किस स्कूल में कार्यरत है, किस विषय से हैं, सभी जानकारियां रहेगी। शिक्षकों को आईकार्ड के साथ स्कूल आना होगा। करीब ढाई सौ शिक्षकों का आईकार्ड बनकर आ गया है। अभी तक सूबे के किसी भी जिले में शिक्षकों का पहचान पत्र नहीं बना है। भागलपुर इस मामले में पहला जिला होगा।

दरअसल, शिक्षकों को विभाग की ओर से अभी तक किसी तरह का परिचय पत्र नहीं दिया गया था। इस कारण विद्यालय जांच के दौरान भी शिक्षकों का अपना परिचय देना पड़ता था। वहीं, स्कूल से घर या कहीं आने-जाने में जांच के दौरान भी शिक्षकों को परेशानी होती थी। परिचय पत्र को लेकर कई महीनों से कवायद चल रही थी। बिहार प्रदेश प्रारंभिक माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. शेखर गुप्ता सहित दूसरे शिक्षक संघ ने इसके लिए शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों से मांग की थी।

-----------------

कार्ड पर होगी जानकारी

शिक्षकों को मिलने वाले परिचय पत्र पर काíमक का नाम, पद, सíवस आइडी नंबर, स्कूल का नाम व स्थायी पता दर्ज होगा।

----------------

कोट

-शिक्षकों का परिचय पत्र बनना काफी खुशी की बात है। सूबे का यह पहला जिला है, जहां परिचय पत्र बन रहा है। दूसरे जिलों में भी शिक्षकों का परिचय पत्र बनाने की जरूरत है।

-डॉ. भोला पासवान, प्रदेश महासचिव, बिहार अराजपत्रित प्रारंभिक शिक्षक संघ।

--------------

कोट

-शिक्षकों के परिचय पत्र बनाने के लिए निर्देश दिए गए हैं। कार्ड बनाने का काम शुरू भी हो गया है। परिचय पत्र पर पूरा विवरण रहेगा।

-संजय कुमार सिंह, डीईओ।

chat bot
आपका साथी