भागलपुर में 'पति, पत्‍नी और वो' के बीच सड़कों पर खूब हुआ ड्रामा

भागलपुर में पति पत्‍नी और वो के बीच सड़कों पर खूब ड्रामा हुआ। पत्‍नी अपने दोनों बच्‍चों को लेकर पति के घर के आगे धरने पर बैठ गई। फ‍िर तो वहां लोगों की भीड़ लग गई।

By Dilip ShuklaEdited By: Publish:Fri, 31 Jul 2020 09:45 AM (IST) Updated:Fri, 31 Jul 2020 01:49 PM (IST)
भागलपुर में 'पति, पत्‍नी और वो' के बीच सड़कों पर खूब हुआ ड्रामा
भागलपुर में 'पति, पत्‍नी और वो' के बीच सड़कों पर खूब हुआ ड्रामा

भागलपुर, जेएनएन। तातारपुर इलाके के रेकाबगंज मोहल्ले में गुरुवार को अकबरनगर की खेरहिया निवासी कुमकुम कुमारी ने पति पीयूष पर दूसरी शादी का आरोप लगाते हुए पांच घंटे तक हंगामा किया। पीयूष भागलपुर स्थित रेलवे सुरक्षा बल में एएसआइ और कुमकुम खेरहिया स्कूल में शिक्षिका हैं। मामले को शांत कराने के लिए तातारपुर इंस्पेक्टर सुबोध कुमार और विश्वविद्यालय दारोगा राम कुमार सिंह समेत अन्य महिला व पुलिस बल को आना पड़ा। इस संबंध में इंस्पेक्टर ने कहा कि मामले में किसी तरह की लिखित शिकायत नहीं मिली है। शिकायत मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

कुमकुम ने बताया कि पीयूष से उनकी शादी 29 अगस्त 2007 को हुई थी। उन्हें एक बेटा व एक बेटी हैं। वे लोग लालकोठी मोहल्ले में रहते थे। पति पर आरोप लगाया कि इस दौरान उनका संबंध एक लड़की से हो गया। इस कारण पति उसके साथ अक्सर मारपीट करते थे। इस बाबत तातारपुर थाने में पांच अगस्त को पति के विरुद्ध घरेलू हिंसा और प्रताडऩा का केस भी दर्ज कराया था। न्यायालय में मामला चल रहा है। 27 अप्रैल को पति ने शादी कर ली। लड़की खगडिय़ा की रहने वाली है। किसी ने मोहल्ले से ही फोन कर इसकी सूचना दी। कुमकुम कथित सौतन को ही ढूंढने रेकाबगंज आई थी। 

जिद पर अड़ी रहने के कारण तातारपुर इंस्पेक्टर ने कुमकुम को पीयूष का कमरा दिखाया। वहां कोई नहीं मिला, किंतु वह वहीं रहने की जिद पर अड़ गईं। घर के बाहर अपने बच्चों के साथ धरने पर बैठ गई। पुलिस ने सख्ती कर उन्हें घर के बाहर से उठाया। महिला अपने साथ कई लोगों को लेकर रेकाबगंज पहुंची थी। उन लोगों ने घर का दरवाजा तोड़कर अंदर प्रवेश करना चाहा, तब पीयूष ने जान का खतरा बता पुलिस को फोन किया। जब पुलिस मौके पर पहुंची तो लोग उनसे भी उलझ गए। वे लोग पुलिस को काफी बुरा भला कह रहे थे, लेकिन पुलिस की सख्ती के बाद भाग निकले।

इस संबंध में पीयूष का कहना है कि पत्नी का आरोप निराधार है। लालकोठी में रहने के दौरान भी पत्नी ने आरोप लगाया था, जो झूठा निकला। वह पत्नी को साथ रखने के लिए तैयार हैं। पत्नी ही साथ रहना नहीं चाहती। दोनों बच्चों का नामांकन भी उन्होंने डीपीएस में कराया। पत्नी बच्चों को नहीं पढऩे देती है। उसने साथ नहीं रहने की बात कई जगह लिखकर दी है। अक्सर किसी न किसी बात को लेकर परेशान करती है।

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