गोल्डेन कार्ड: चार साल में मात्र 10 प्रतिशत लक्ष्य हुआ हासिल

प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के आयुष्मान भारत कार्यक्रम में सूचीकृत 11 लाख 11 हजार 752 लोगों को लाभ दिलाने के लिए उनका गोल्डन कार्ड जिले में बनाया जा रहा है। इस कार्ड के बन जाने से लाभुकों को पांच लाख तक की फ्री चिकित्सा सुविधा मुहैया होने का मार्ग खुल जाता है। वर्ष 2011 की जनगणना के आधार पर बनी सर्वे सूची के अनुसार जिले में 11 लाख 11 हजार 752 पात्र लाभार्थियों का गोल्डन कार्ड बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 18 Jan 2022 07:56 PM (IST) Updated:Wed, 19 Jan 2022 02:43 PM (IST)
गोल्डेन कार्ड: चार साल में मात्र 10 प्रतिशत लक्ष्य हुआ हासिल
गोल्डेन कार्ड: चार साल में मात्र 10 प्रतिशत लक्ष्य हुआ हासिल

जागरण संवाददाता, खगड़िया: प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के आयुष्मान भारत कार्यक्रम में सूचीकृत 11 लाख 11 हजार 752 लोगों को लाभ दिलाने के लिए उनका गोल्डन कार्ड जिले में बनाया जा रहा है। इस कार्ड के बन जाने से लाभुकों को पांच लाख तक की फ्री चिकित्सा सुविधा मुहैया होने का मार्ग खुल जाता है। वर्ष 2011 की जनगणना के आधार पर बनी सर्वे सूची के अनुसार जिले में 11 लाख 11 हजार 752 पात्र लाभार्थियों का गोल्डन कार्ड बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। चयनित लोगों के कार्ड बनाए जा रहे हैं। जिसके तहत बीच-बीच में आयुष्मान भारत पखवारा चलाकर चयनित लाभार्थियों के कार्ड बनाने का अभियान चलाया जाता रहा है। जिसमें कार्यपालक सहायकों की अहम भूमिका रही है। वहीं वसुधा केंद्र के माध्यम से रिकार्ड बनाने का काम किया जाता है। वर्तमान में प्रत्येक पंचायत में कामन सर्विस सेंटर में राशन कार्ड के आधार पर आयुष्मान भारत कार्ड बनाया जा रहा है। वहीं जितने कार्ड अब तक बन पाए हैं, जिले में इनमें से कई लाभार्थियों को इसका लाभ भी मिला है। इस कार्ड के माध्यम से डेढ़ लाख से तीन लाख रुपये तक का इलाज किया गया है।

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लक्ष्य के आलोक में अबतक कितने बने गोल्डन कार्ड

जिले में कुल सात प्रखंडों में कार्यपालक सहायक, वसुधा केंद्र और कामन सर्विस सेंटर के माध्यम से कछुए की चाल से अबतक एक लाख तीन हजार 532 लाभार्थियों का आयुष्मान भारत योजना के तहत गोल्डन कार्ड बनाया जा चुका है। इसमें कुल 51326 परिवार शामिल है। मालूम हो कि पूरे जिले में 11 लाख 11 हजार के करीब गोल्डन कार्ड बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। बीते चार वर्षों के दौरान अबतक लक्ष्य के महज 10 प्रतिशत तक ही कार्ड बने हैं।

------- किन प्रखंडों का कितना है लक्ष्य, कितने की हुई प्राप्ति प्रखंड लक्ष्य अगस्त तक की लक्ष्य प्राप्ति अलौली 2,32,505 17872

बेलदौर 1,53,390 10450

चौथम 97,567 8341

खगड़िया 1,82,095 16755

गोगरी 2,07,669 18621

मानसी 65581 7032

परबत्ता 1,72,945 18617 कुल 11,11,752 97238 अपडेट गोल्डन कार्ड लाभार्थी की संख्या : 1,03532

----- 1536 मरीजों ने अबतक कराया 12 करोड़ 66 लाख सात हजार 60 रुपये का इलाज प्रधानमंत्री आरोग्य योजना के अंतर्गत बनाए गए आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड के माध्यम से अबतक जिले के विभिन्न प्रखंडों के 1536 मरीज 12 करोड़ 66 लाख सात हजार 60 रुपये का इलाज करा चुके हैं। बीते दिनों जिले के छह लाभार्थियों को आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तीन वर्ष पूरा होने के उपलक्ष्य में सम्राट अशोक कन्वेंशन सेंटर पटना में आयुष्मान दिवस कार्यक्रम में सम्मानित किया गया था। जिसमें रामपुर अलौली के प्रमोद सिंह, रौन अलौली के चंदन कुमार, आवास बोर्ड कालोनी खगड़िया के बिरजू कुमार शर्मा, गोविदपुर, महेशखूंट के सेजो देवी, परबत्ता के मुन्ना झा, गोगरी के पिटू कुमार सहित चार अटेंडेंट राजेश कुमार, संतोष कुमार, सुनीता देवी, नितेश यादव शामिल थे। कोट

प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना के चयनित लाभार्थियों को गोल्डन कार्ड बनाने के लिए जागरूक करने की जरूरत है। अब प्रत्येक पंचायत के कामन सर्विस सेंटर में इसे आसानी से बनाया जा सकता है। लाभार्थी अपने राशन कार्ड और आधार कार्ड ले जाकर इसका लाभ उठा सकते हैं। आगामी फरवरी माह में अभियान के तहत जिले के सभी पंचायतों में गोल्डन कार्ड बनाने की योजना तैयार कर ली गई है। पंचायत वार सूची भी तैयार कर ली गई है। लेकिन कोरोना के कारण काम बाधित है। कोरोना की वजह से लगातार काम को रोकना पड़ा है। जिस कारण अभी तक 10 प्रतिशत ही जिले में गोल्डेन कार्ड बन सके हैं। कोरोना की रफ्तार धीमी होते ही तेज गति से कार्ड बनाया जाएगा। प्लान तैयार है।

अमिश नारायण, डीपीसी, आयुष्मान भारत

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