कैक्टस केक और फलदार पौधे पुष्प प्रदर्शनी में रहे आकर्षण का केंद्र, देखिए... आकर्षक तस्‍वीरें

पुष्प मित्र संस्था भागलपुर में पुष्प प्रदर्शनी सह प्रतियोगिता आयोजित किया गया। इस दौरान गार्डन टेरिस गार्डन करोटन और गमले में फलदार पौधों को मिला पहला पुरस्कार। 500 से ज्यादा वेराइटी के फूलों और पौधों का हुआ प्रदर्शन।

By Dilip Kumar shuklaEdited By: Publish:Sun, 07 Mar 2021 08:14 PM (IST) Updated:Sun, 07 Mar 2021 08:14 PM (IST)
कैक्टस केक और फलदार पौधे पुष्प प्रदर्शनी में रहे आकर्षण का केंद्र, देखिए... आकर्षक तस्‍वीरें
पुष्‍प प्रदर्शनी में विजेता डॉ अमृता को पुरस्‍कार देते अतिथि।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। पुष्प मित्र संस्था द्वारा रविवार को कचहरी चौक स्थित होटल निहार में 33वां एक दिवसीय पुष्प प्रदर्शनी सह प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें एक दर्जन से ज्यादा अलग-अलग तरीके के कैक्टस के अलावा रंग बिरंगे फूल प्रदर्शनी में लगे हुए थे। कैक्टस की वेराइटी में कैक्टस केक लोगों के आकर्षण का केंद्र रहा। जबकि फलों वाले पौधों ने भी लोगों को अपनी ओर खींचा। इसमें किनू, चीकू, नारंगी और स्ट्राबेरी के पौधे शाामिल थे।

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प्रदर्शनी में डहलिया, गेंदा, ग्लेड्यूलस, बोगेनविलीया, अगेव, कलेनचू, लोलियस, बोगेनवेलिया, मिली, गुलाब समेत अन्य पौधों की एक दर्जन से ज्यादा वेराइटी प्रतियोगिता में शामिल थी। इसमें 48 वर्गों में प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार दिया गए।

मुख्य अतिथि के रूप में बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर के डीन (कृषि) डॉ. रेवती रमण सिंह मौजूद थे। उन्होंने प्रदर्शनी में श्रेष्ठ गार्डन कोटि में डॉ. अरशद अहमद को पहला पुरस्कार, टेरेस गार्डन में सीए संजय कुमार पहला पुरस्कार, करोटन और गमले में फलदार पौधे के लिए सुजाता शर्मा को प्रथम पुरस्कार दिया गया।

टेरेस गार्डन नवगछिया के लिए पवन सर्राफ को पहला, अजय रूंगटा को दूसरा पुरस्कार दिया गया। पवन सर्राफ को प्रतियोगिता का ओवरऑल विजेता घोषित किया गया।

पुष्प प्रदर्शनी देखने के लिए काफी संख्या में लोग पहुंचे थे। सजय कुमार झा ने कहा कि इस तरह के आयोजनों से लोगों में फूलों के प्रति प्रेम जागता है। ऐसे आयोजन होते रहने चाहिए। प्रो. तपन कुमार घोष ने कहा कि ऐसे आयोजनों से प्रकृति के प्रति उत्साह का संचार होता है।

प्रदर्शनी देखने पहुंची अभया नारी की सचिव जूही जास्मिन झा ने कहा कि ऐसे आयोजनों ने आम लोगों भी पैड़-पौधों लगाने को लेकर जागरूक होते हैं। उन्हें भी पर्यावरण के प्रति प्रेम जागता है।

इस मौके पर डॉ. हेमशंकर शर्मा, डॉ. संजय कुमार, सजय कुमार झा, प्रशांत कुमार झा, अशोक कुमार सुमन, आलोक ढंढानियां, चंद्रशेखर सिंह, पूनम सिंह, ज्योति ठाकुर आदि उपस्थित थे।

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