जल, जीवन, हरियाली में जनप्रतिनिधियों व आम लोगों की भागीदारी बढ़ाने पर रहा जोर

मुख्यालय स्तर से मिले निर्देश के आलोक में पांच जनवरी के समाहरणालय सभाकक्ष में हरियाली दिवस का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्‍यम से सीएम ने भी संबोधित किया और उन्‍होंने योजना की सफलता के लिए लोगों की भागीदारी बढ़ाने की बात कही

By Amrendra kumar TiwariEdited By: Publish:Wed, 06 Jan 2021 07:40 AM (IST) Updated:Wed, 06 Jan 2021 07:40 AM (IST)
जल, जीवन, हरियाली में जनप्रतिनिधियों व आम लोगों की भागीदारी बढ़ाने पर रहा जोर
वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जल, जीवन, हरियाली दिवस का हुआ आयोजन

जागरण संवाददाता, कटिहार । ग्रामीण विकास विभाग द्वारा प्रत्येक माह के पहले मंगलवार को जिला, अनुमंडल एवं प्रखंड मुख्यालय में जल, जीवन, हरियाली दिवस आयोजित करने का निर्देश दिया गया है। मुख्यालय स्तर से मिले निर्देश के आलोक में पांच जनवरी के समाहरणालय सभाकक्ष में हरियाली दिवस का आयोजन किया गया। इस मौके पर विधान पार्षद अशोक अग्रवाल, जिलाधिकारी कंवल तनुज, अपर समाहर्ता विजय कुमार, प्रभारी डीडीसी विनय कुमार, नगर आयुक्त मिनिंद्र कुमार सहित सभी जिलास्तरीय पदाधिकरी मौजूद थे।

सीएम ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्‍यम से किया संबोधित

पटना से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने व़ेबकास्टिंग के माध्यम से जल, जीवन, हरियाली दिवस को संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने उपलब्धि की चर्चा करते हुए कहा कि जल, जीवन, हरियाली अभियान में नगर निकाय एवं पंचायत स्तरीय जनप्रतिनिधियों की भागदारी के साथ ही आमलोगों की सहभागिता को सुनिश्चित किए जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि लोगों में पर्यावरण एंव जल संरक्षण के प्रति जागरूकता आई है। सैकड़ों तालाब एवं कुंआ का जीर्णोद्धार किया गया है। मनरेगा योजना से पंचायत एवं गांवों में पौधारोपण कर हरियाली लाने का काम किया जा रहा है।

डीएम ने की योजना की समीक्षा

मुख्यमंत्री के लाइव संबोधन के बाद जिलाधिकारी ने स्थानीय अधिकारियों के साथ बैठक कर जल, जीवन, हरियाली अभियान की समीक्षा की। उन्होंने सभी विभागों से इस दिशा में किए गए काम और लगाए गए पौधों की जानकारी ली। लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग द्वारा कुंआ के जीर्णोद्धार से संबंधित प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि इस अभियान में आमलोगों की भागदारी सुनिश्चित करने को लेकर सघन रूप से प्रचार प्रसार कराए जाने की जरूरत है। नुक्कड़ नाटक सहित अन्य प्रचार माध्यमों से ग्रामीण इलाकों में सघन अभियान चलाए जाने का निर्देश दिया। जीविका महिला समूह के माध्यम से अधिक से अधिक पौधारोपण कराने को कहा। पौधारोपण के बाद पौधों के बड़े होने तक देखभाल के लिए जिम्मेदारी तय किए जाने का भी निर्देश बैठक में दिया गया।

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