बिजली के मामले में आत्मनिर्भर हो जाएगा कोसी, मुंगेर, खगडिय़ा व बेगूसराय को मिलेगा भी इस तरह होगा फायदा

कोसी के लोगों को अब बिजली की किल्लत नहीं झेलनी होगी। 14 सौ एमवीए क्षमता के इस ग्रिड के निर्माण से कोसी के तीनों जिले ही नहीं बल्कि मुंगेर बेगूसराय व खगडिय़ा को भी बिजली आपूर्ति की जाएगी। इसके लिए काम तेजी से चल रहा है।

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Mon, 11 Jan 2021 08:10 AM (IST) Updated:Mon, 11 Jan 2021 08:10 AM (IST)
बिजली के मामले में आत्मनिर्भर हो जाएगा कोसी, मुंगेर, खगडिय़ा व बेगूसराय को मिलेगा भी इस तरह होगा फायदा
कोसी के लोगों को अब बिजली की किल्लत नहीं झेलनी होगी।

 सहरसा [अमरेंद्र कांत]। सबकुछ ठीक रहा तो इस साल में कोसी का इलाका बिजली के मामले में आत्मनिर्भर हो जाएगा। प्रमंडल का सबसे बड़ा सुपर पावर ग्रिड का कार्य अगस्त माह तक पूरा होने के आसार हैं। 14 सौ एमवीए क्षमता के इस ग्रिड के निर्माण से कोसी के तीनों जिले ही नहीं बल्कि मुंगेर, बेगूसराय व खगडिय़ा को भी बिजली आपूर्ति की जाएगी।

तीन सौ करोड़ से बन रहा है ग्रिड

प्रमंडल मुख्यालय से छह किलोमीटर की दूरी पर सिसई-सिहौल के बीच 19 जनवरी 2019 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस ग्रिड का शिलान्यास किया था। उस समय 2021 तक ग्रिड बनाए जाने की बात कही गई थी। उस आलोक में ग्रिड का निर्माण कार्य जहां 75 फीसद से अधिक पूरा हो गया है वहीं संचरण लाइन जो दरभंगा, बनमा समेत अन्य जगहों को जोड़ेगी वह भी हो रहा है। कोसी नदी में बाढ़ आने के कारण थोड़ी समस्या हुई थी। लेकिन अब द्रुत गति से कार्य हो रहा है।

1150 मेगावाट मिलेगी बिजली

इलाके के लोगों को 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराने को लेकर इस ग्रिड का निर्माण शुरू हुआ था। इस ग्रिड की क्षमता 1150 मेगावाट होगी। पावरग्रिड कॉरपोरेशन द्वारा सिहौल में बनाये जा रहे पावरग्रिड का निर्माण करा रही कंपनी एएबी के परियोजना प्रबंधक गणेश कुमार ने बताया कि 38 एकड़ में बन रहे इस ग्रिड का कार्य 75 फीसद से अधिक पूरा हो गया है। इस वर्ष के मार्च तक में पूरा करने का लक्ष्य है। अगस्त तक यह ग्रिड चालू हो जाएगा।

इस साल में सिहौल का पावरग्रिड बन जाएगा। वहीं उत्तरबिहार के कटिहार में 765 किलोवाट के पावरग्रिड बनाने की स्वीकृति भी मिल चुकी है। यहां से बंगलादेश को तक बिजली जाएगी। दो तीन माह में कार्य शुरू हो जाएगा। वहीं अरुण कोसी पर भी नौ सौ मेगावाट के जल विद्युत परियोजना पर भी कार्य हो रहा है। अब भूटान, नेपाल व बंगलादेश से बिजली के मामले में बिहार जुड़ जाएगा। -विजेंद्र प्रसाद यादव, ऊर्जा मंत्री, बिहार सरकार।  

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