धुरी यादव हत्याकांड : बिल्डिंग का निर्माण रोकने पर विनय से धुरी का हुआ था विवाद Bhagalpur News

बदमाशों ने 4 नवंबर 2019 की शाम करीब छह बजे धुरी यादव को गोली मारी। जिस समय उन्हें गोली मारी गई कई लोगों वहां मौजूद थे। धुरी यादव की हत्या का कारण पुरानी रंजिश और जमीन विवाद है।

By Dilip ShuklaEdited By: Publish:Wed, 27 Nov 2019 12:55 PM (IST) Updated:Wed, 27 Nov 2019 12:55 PM (IST)
धुरी यादव हत्याकांड : बिल्डिंग का निर्माण रोकने पर विनय से धुरी का हुआ था विवाद Bhagalpur News
धुरी यादव हत्याकांड : बिल्डिंग का निर्माण रोकने पर विनय से धुरी का हुआ था विवाद Bhagalpur News

भागलपुर [जेएनएन]। चिरंजीवी उर्फ धुरी यादव की हत्या मामले का पर्दाफाश करने के लिए पुलिस अलग-अलग बिंदुओं पर जांच कर रही है। पुलिस घटना के मुख्य आरोपित कुख्यात गैंगस्टर अजय मिश्रा की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दे रही है।

एसआइटी के हत्थे चढ़े उर्दू बाजार के किशोर यादव ने पुलिस को बताया है कि काली मंदिर के समीप हरिनंदन यादव का एक बड़ा भूखंड है। जिसकी कीमत करोड़ों में है। उस जमीन को लेकर कुछ दिनों पूर्व नाथनगर के करेला गांव निवासी विनय यादव से धुरी यादव का विवाद हुआ था।

जमीन पर कराना चाहता था बिल्डिंग का निर्माण

हरिनंदन यादव की जमीन पर विनय यादव का पक्ष अपना दावा करता था। विनय कुछ दिन पहले जेसीबी और कुछ लोगों के साथ उस जमीन पर बिल्डिंग का काम शुरू कराने पहुंचे थे। परबत्ती के कामेश्वर यादव को भी विनय ने अपनी तरफ से वहां बुलाया था। इसकी जानकारी मिलते ही धुरी यादव अपने लोगों के साथ वहां पहुंचे और काम को रोक दिया। वहीं, जमीन पर विवाद की जानकारी होते ही कामेश्वर यादव भी वहां से निकल गए। उन्होंने कहा कि उन्हें जमीन विवाद की जानकारी नहीं थी। इस कारण वे चले गए थे। उनका जमीन से किसी तरह का कोई लेनादेना नहीं है।

विवाद के हर पहलू की जांच कर रही पुलिस

धुरी यादव और विनय यादव में हुए विवाद के हर पहलू की पुलिस बारीकी से जांच कर रही है। किशोर ने जो जानकारी पुलिस को दी है, उसकी सत्यता का पता लगाया जा रहा है। धुरी और विनय यादव के बीच हुए विवाद में एक नाम बिल्डर प्रदीप कुमार यादव का आया था। उससे भी पुलिस ने पूछताछ की थी, लेकिन उसने भी इस मसले से खुद को अलग बताया।

आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए चल रही छापेमारी

शूटरों और अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार अलग अलग इलाकों में छापेमारी कर रही है, लेकिन अब तक मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। इस घटना में स्थानीय मास्टरमाइंड के रूप में काम करने वाली उर्दू बाजार की सीमा कुमार और उसका भाई नीरज सिंह भी घर छोड़कर फरार है। मंगलवार को भी आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए तातारपुर, उर्दू बाजार समेत अन्य इलाकों में छापेमारी हुई है।

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