Lockdown : जरूरी सामान आउट ऑफ स्टॉक, डॉयपर और टिशू पेपर भी नहीं मिलते

दरअसल 23 मार्च से अचानक लॉकडाउन हो गया। इस कारण डीलर और वितरकों के पास पहले से जो सामान का स्टॉक था वह धीरे-धीरे समाप्त हो गया है।

By Dilip ShuklaEdited By: Publish:Tue, 07 Apr 2020 09:27 AM (IST) Updated:Tue, 07 Apr 2020 09:27 AM (IST)
Lockdown : जरूरी सामान आउट ऑफ स्टॉक, डॉयपर और टिशू पेपर भी नहीं मिलते
Lockdown : जरूरी सामान आउट ऑफ स्टॉक, डॉयपर और टिशू पेपर भी नहीं मिलते

भागलपुर, जेएनएन। लॉकडाउन के चलते दैनिक उपयोग के कई सामान बाजार में नहीं मिल रहे हैं। बच्चों का डॉयपर और टिशू पेपर इक्का-दुक्का दुकानों में ही उपलब्ध है। दुकानदार भी डीलर और वितरक के पास से आपूर्ति नहीं होने की दुहाई दे रहे हैं। वहीं, वितरकों का कहना है कि बाहर से सामान आ ही नहीं रहा है। इधर, रोजमर्रा में काम आने वाले सामान नहीं मिलने से लोगों की परेशानी बढ़ गई है। दरअसल, 23 मार्च से अचानक लॉकडाउन हो गया। इस कारण डीलर और वितरकों के पास पहले से जो सामान का स्टॉक था, वह धीरे-धीरे समाप्त हो गया है।

होली के बाद लॉकडाउन होने से असर

डीलर्स और दुकानदारों की मानें तो होली के बाद सामान की आपूर्ति के लिए लिस्ट तैयार की जा रही थी। 10 दिन बाद लॉकडाउन हो गया। इस कारण सामानों की आवक बाहर से नहीं हो सकी। थोक विक्रेता रवि जायसवाल ने बताया कि दो से तीन दिनों में स्थिति सामान्य हो जाएगी।

शहर से ज्यादा ग्रामीण इलाकों से टिशू पेपर की मांग

कोरोना वायरस के चलते गांवों में टिशू पेपर की मांग बढ़ गई है। कल तक ग्रामीण लोग टिशू पेपर से पूरी तरह अनजान थे। आज वे लोग टिशू पेपर की मांग कर रहे हैं। यहां के स्टॉकिस्ट के पास टिशू पेपर समाप्त हो गया है। कुछेक दुकानों में मिल भी रहा है तो वह ज्यादा दामों पर।

-टिशू पेपर की मांग अचानक बढ़ गई है। शहर से ज्यादा ग्रामीण इलाकों में इसकी मांग है। अभी टिशू पेपर नहीं है। -दीपक खेत्रीवाल, स्टॉकिस्ट।

डापयर नहीं मिल रहा है। वितरकों ने भी हाथ खड़े कर दिए हैं। कुछ दुकानों पर डायपर का स्टॉक है लेकिन वह भी जल्द ही खत्म हो जाएगा। -श्याम प्रसाद, डापयर बिक्रेता

मुख्य बातें

लॉकडाउन में कई जरूरी सामान आउट ऑफ स्टॉक

-बाजार में हैंडवॉश, टिशू पेपर, बच्चों का डॉयपर और सेनेटरी पैड की आवक नहीं

-वितरक भी परेशान, लौट रहे ग्राहक, जहां मिल रहे वहां लिया जा रहा ज्यादा दाम

-03 वितरक हैं शहर में डॉयपर के, अलग-अलग कंपनियों से जुड़े हैं

-02 से ढाई करोड़ रुपये की बिक्री होती है डॉयपर और सेनेटरी पैड का जिले में

-25 रुपये के टिशू पेपर का पैकेट 40 से 50 रुपये में मिल रहा

-60 से 70 लाख रुपये के हैंडवॉश जिले में हर महीने में बिकते हैं

-02 शॉपिंग कांपलेक्स में उपलब्ध हैं डॉयपर और सेनेटरी पैड, यहां भी नहीं पहुंचे रहे बाहर से सामान

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