Corona effect : लॉकडाउन का हो पालन, घरों में करें इबादत, मस्जिद व अन्य जगहों पर भीड़ न लगाएं

रमजान में चाहिए कि लोगों को चाहिए कि वह अपनी इबादत नमाज व दुआ घर के अंदर करें। मस्जिद में या और किसी दूसरी जगह पर भीड़ बिल्कुल नहीं लगाएं।

By Dilip ShuklaEdited By: Publish:Mon, 20 Apr 2020 04:56 PM (IST) Updated:Mon, 20 Apr 2020 04:56 PM (IST)
Corona effect : लॉकडाउन का हो पालन, घरों में करें इबादत, मस्जिद व अन्य जगहों पर भीड़ न लगाएं
Corona effect : लॉकडाउन का हो पालन, घरों में करें इबादत, मस्जिद व अन्य जगहों पर भीड़ न लगाएं

भागलपुर, जेएनएन। विश्व भर में कोरोना वायरस के कारण महामारी की स्थिति है। ऐसे में रमजान के दौरान देश की सलामती के लिए अमन की दुआ करें। इससे निजात मिले, इसके लिए खुसूसी दुआओं का किया जाना जरूरी है। खानकाह पीर दमडिय़ा के नायब सज्जादानशीं सैयद शाह फखरे आलम हसन ने कहा, कोरोना से बचाव के लिए रमजान में सरकारी दिशा-निर्देश दिए गए हैं।

इबादत नमाज व दुआ घर के अंदर करें

उन्होंने कहा कि लोगों को चाहिए कि वह अपनी इबादत नमाज व दुआ घर के अंदर करें। मस्जिद में या और किसी दूसरी जगह पर भीड़ बिल्कुल नहीं लगाएं। अकेले इबादत करें। रोजा जरूर रखें। नमाज पढ़ें और मुमकिन हो तो तीन-चार लोग जमात से नमाज अदा कर सकते हैं। मस्जिदों में भी इमाम मस्जिद और खादिम मस्जिद की सफाई करने वाले तीन से चार लोग मिलकर फर्ज नमाज और तरावीह की नमाज जमात के साथ अदा कर सकते हैं। लॉकडाउन का पूरी तरह से पालन करें। मुबारक महीने में असहाय की मदद करें और खाना उपलब्ध कराएं।

ईमान वाले अल्लाह की करें इबादत

खानकाह पीर दमडिय़ा के नायब सज्जादानशीं सैयद शाह फखरे आलम हसन ने कहा, रमजान उल मुबारक का पवित्र और मुबारक महीना बहुत जल्द आने वाला है। आगामी 24 या 25 तारीख से रमजान शुरू हो जाएगा। इस मुबारक और मोहतरम महीने में ईमान वाले अल्लाह की इबादत में लग जाते हैं। यह महीना लोगों की भलाई और असहायों की मदद करने का है। इस महीने में एक फर्ज का सवाब 70 फर्ज के बराबर मिलता है और नफील अमल का सवाब फर्ज के बराबर कर दिया जाता है। इस मुबारक महीने में ईमान वालों को चाहिए कि वह अपने दिलों को साफ रखें। दिमाग को भी पाक बनाएं। यह महीना गुनाहों से माफी और नजात हासिल करने का महीना है। खासकर इस मुबारक महीने में दुआओं का खूब इस्तेमाल किया जाए।

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