Corona effect : भूटान में फंसे 116 लोगों को लाया गया किशनगंज, कई जिलों के लोग हैं शामिल

Corona effect लॉकउाउन में भूटान में फंसे सौ से ज्‍यादा लोगों को किशनगंज लाया गया। भूटान में राज्‍य के कई जिलों के लोग फंसे थे।

By Dilip ShuklaEdited By: Publish:Fri, 26 Jun 2020 01:51 PM (IST) Updated:Fri, 26 Jun 2020 01:51 PM (IST)
Corona effect : भूटान में फंसे 116 लोगों को लाया गया किशनगंज, कई जिलों के लोग हैं शामिल
Corona effect : भूटान में फंसे 116 लोगों को लाया गया किशनगंज, कई जिलों के लोग हैं शामिल

किशनगंज, जेएनएन। लॉकडाउन के दौरान भूटान में फंसे बिहार के 116 लोगों को सकुशल किशनगंज लाया गया। भारत सरकार के गृह मंत्रालय व अपर मुख्य सचिव, गृह विभाग, बिहार के निर्देश के आलोक में भूटान में फंसे बिहार के 22 जिलों के 116 लोगो को छह बसों के माध्यम से किशनगंज लाया गया। इनमें सबसे अधिक अररिया जिला के 17, सारण के 16, समस्तीपुर के 14, सुपौल के 13 व किशनगंज और गोपालगंज जिला के 10-10 लोग शामिल हैं।

भूटान से बिहारी निवासियों को लाने के लिए जिलाधिकारी आदित्य प्रकाश द्वारा मानक संचालन प्रक्रिया का पालन कराया गया। भारतीय दूतावास में पंजीकृत भारतीय निवासियों में बिहार के निवासियों को प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी द्वारा भूटान गेट जयगांव, अलीपुरद्वार से रिसीव किया गया। सभी यात्रियों की भूटान द्वार संख्या एक पर स्क्रीनिंग कराई गई। इसके अलावा सभी के मोबाइल फोन में आरोग्य सेतु एप इंस्टॉल कराया गया। सभी को शारीरिक दूरी बना कर छह बसों से माध्यम से किशनगंज लाया गया। किशनगंज के मोतिहारा स्थित बाबा साहेब अंबेडकर आवासीय विद्यालय में इन्हें 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन किया जाएगा।

इन जिलों के लोगो को लाया गया

जिला : लोगों की संख्या

अररिया : 17

सारण : 16

समस्तीपुर : 14

सुपौल : 13

किशनगंज : 10

गोपालगंज : 10

मुजफ्फपुर : 07

पूर्वी चंपारण : 06

मुंगेर : 04

सिवान : 02

दरभंगा : 02

भागलपुर : 02

बेतिया : 02

जमुई : 02

खगडिय़ा : 02

छपरा : 01

पटना : 01

पूर्णिया : 01

वैशाली : 01

भोजपुर : 01

औरंगाबाद : 01

बेगूसराय : 01

मुख्‍य बातें

- लॉकडाउन के दौरान भूटान में फंसे थे बिहार के 116 लोग

- गृह मंत्रालय की पहल पर कराई गई वतन वापसी

यहां बता दें कि कोरोना वायरस से संक्रमण से बचने के लिए अपनाए गए लॉकडाउन के कारण लोगों को काफी परेशानी हुई। जाे जहां थे वहीं, फंस गए। इसके अलावा देश के बाहर फंसे लोगों को और भी परेशानी हुई। उन्‍हें घर लोटने के लिए काफी मशक्‍कत करनी पड़ी। सरकार की पहल से ऐसे लोगों को भारत लाया जा रहा है।

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