2018 के अंत तक सूबे का हर घर होगा रोशन: सीएम नीतीश

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रविवार को तटबंध पक्कीकरण की चार योजनाओं का शिलान्यास किया। इस मौके पर कहा कि बाढ़ पर पूरी तरह नियंत्रण तो संभव नहीं है, लेकिन क्षति को कम किया जा सकता है।

By Ravi RanjanEdited By: Publish:Sun, 18 Mar 2018 04:49 PM (IST) Updated:Sun, 18 Mar 2018 10:18 PM (IST)
2018 के अंत तक सूबे का हर घर होगा रोशन: सीएम नीतीश
2018 के अंत तक सूबे का हर घर होगा रोशन: सीएम नीतीश

खगडि़या [जेएनएन]। 'न्याय के साथ सूबे का विकास हो रहा है और जन-जन तक विकास योजनाओं का लाभ पहुंच रहा है। इस साल के अंत तक सूबे के हर घर में बिजली पहुंच जाएगी।' उक्त बातें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्वी बौरने पंचायत स्थित सोनवर्षा घाट दुर्गा स्थान परिसर में रविवार को आयोजित आमसभा को संबोधित करते हुए कहीं ।
इससे पूर्व उन्होंने बाढ़ प्रबंधन व तटबंध पक्कीकरण की चार योजनाओं का रिमोट के माध्यम से शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि पहले सिंचाई से संबंधित योजनाएं पूरी नहीं होती थीं। अब लोगों को इन योजनाओं का भी लाभ मिल रहा है। बाढ़ से बचाव के लिए तटबंधों की मरम्मत तेजी से हो रही है। सिंचाई विभाग को दो भागों में बांटा गया है। सिंचाई सृजन से सिंचाई का कार्य एवं बाढ़ प्रमंडल से तटबंध संबंधी काम हो रहे हैं। बाढ़ से नदी किनारे के गांवोंं में तबाही मचती है। खगडिय़ा में सबसे अधिक समय तक बाढ़ का पानी रहता है। बाढ़ पूरी तरह नहीं रोकी जा सकती है, लेकिन इससे होनेवाली हानि कम की जा सकती है।
उन्होंने कहा कि राज्य में कोसी और गंगा समेत सभी नदियों पर पुल बने हैं। सात निश्चय योजना के तहत हर घर तक पक्की सड़क का निर्माण किया जा रहा है। हर घर में नल का जल पहुंचेगा। सीएम ने कहा कि सूबे के 50 फीसद घरों में शौचालय निर्माण पूरा हो गया है। शेष घरों में भी जल्द ही शौचालय बन जाएंगे। बिजली विभाग अप्रैल माह के अंत तक हर घर में बिजली पहुंचाने का दावा कर रहा है, लेकिन साल के अंत तक सूबे का हर घर रोशन हो जाएगा। नारी सशक्तीकरण को लेकर देश भर में 10 लाख स्वयं सहायता समूहों के गठन का लक्ष्य है, जिनमें से आठ लाख तैयार हो चुके हैं।
नीतीश कुमार ने कहा कि महिलाओं की भागीदारी से शराबबंदी अभियान सफल हो रहा है। कुछ लोग अभी भी चोरी-छिपे शराब बेच रहे हैं। सीएम ने बाल विवाह और दहेज प्रथा के दुष्परिणामों की भी चर्चा की। मौके पर जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव अरुण कुमार सिंह ने बताया कि शिलान्यास की गईं चारों योजनाएं अगले साल 31 मार्च तक पूरी कर ली जाएंगी। कार्यक्रम की अध्यक्षता मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने की। मौके पर बेलदौर विधायक पन्नालाल सिंह पटेल, सदर विधायक पूनम देवी यादव और विधान पार्षद सोनेलाल मेहता आदि मौजूद थे। खगडिय़ा से वापसी में मुख्यमंत्री के हेलीकॉप्टर में तकनीकी गड़बड़ी आने के कारण हडकंप मच गया। मगर जल्द ही इसे दुरूस्त कर 15 मिनट की देर से हेलीकॉप्टर ने उड़ान भरी ।

हायाघाट से डुमरी पुल

इस योजना के तहत हायाघाट से डुमरी पुल तक 107.50 किमी की लंबाई में बागमती दायें तटबंध को ऊंचा करने तथा उसके सुदृढ़ीकरण का कार्य होना है। इस योजना की लागत 94357.50 लाख है और इसका काम अगले वर्ष 31 मार्च तक पूरा होगा। इससे दरभंगा जिले के हायाघाट एवं बहेड़ी तथा खगडिय़ा के अलौली, खगडिय़ा, मानसी व चौथम की बारह लाख की आबादी को फायदा होगा। इससे इन प्रखंडों में स्थित 3.75 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में नदी के कटाव से सुरक्षा प्रदान की जा सकेगी। इस योजना के तहत 17 एंटी फ्लड स्लुईस गेट का भी निर्माण होना है।

नगरपाड़ा तटबंध का सुदृढ़ीकरण

यह योजना कोसी नदी के दायें किनारे पर भागलपुर जिला के नारायणपुर प्रखंड के सतीशनगर से बिहपुर प्रखंड के हरियो ग्राम तक की है। इसका लंबाई  16.50 किमी है। इसके तहत नगरपाड़ा तटबंध का 13.50 किमी लंबाई में सुदृढ़ीकरण किया जाएगा। इस पर 5264.39 लाख रुपए खर्च होंगे। इसे भी अगले वर्ष 31 मार्च तक पूरा कर लिया जाएगा। इससे भागलपुर जिले के नारायणपुर और बिहपुर प्रखंड की  पांच लाख आबादी को फायदा होगा।

मथार दियारा के समीप कटाव निरोधक कार्य

यह योजना के तहत गंगा नदी के बायें मुंगेर रेल पुल के डाउन स्ट्रीम में मथार दियारा बेगूसराय, खगडिय़ा एवं मुंंगेर जिसा से संबंधित है। इसके तहत 4.77 किमी लंबाई में कटाव निरोधी कार्य होगा। इस पर 57.87 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसी वर्ष 15 मई को इसका निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा। इस योजना से बेगूसराय के साहेबपुर कमाल प्रखंड तथा खगडिय़ा के खगडिय़ा सदर प्रखंड की दो लाख की आबादी को फायदा होगा।

बदलाघाट-नगरपाड़ा तटबंध का सुदृढीकरण

इस योजना के तहत बदलाघाट-नगरपाड़ा तटबंध के 17.50 वें किमी से 35.615 वें किमी तक तटबंध का सुदृढ़ीकरण होना है। कोसी नदी से जुड़ी इस तटबंध योजना के तहत 16.675 किमी में काम होना है। इस पर 32.48 करोड़ रुपये खर्च होंगे। अगले वर्ष मार्च में यह काम पूरा हो जाएगा। खगडिय़ा जिले के गोगरी एवं चौथम की 3.60 लाख आबादी को इससे फायदा होगा।

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