जीवनशैली में लाएं बदलाव, आपका दिल रहेगा सुरक्षित : डा. प्रिया

फास्ट फूड धूम्रपान आदि स्‍वास्‍थ्‍य के‍ लिए नुकसानदायक है। हृदय को स्वस्थ रख सकते हैं। हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर में एक सेमिनार का आयोजन किया गया। इसमें कई चिकित्‍सकों ने बेहतर स्‍वस्‍थ्‍य के लिए उपाय बताए हैं। लोगों को कई महत्‍वपूर्ण टिप्‍स दिए।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Sun, 03 Oct 2021 11:23 AM (IST) Updated:Sun, 03 Oct 2021 11:23 AM (IST)
जीवनशैली में लाएं बदलाव, आपका दिल रहेगा सुरक्षित : डा. प्रिया
चिकित्सक डा. प्रिया ने स्‍वस्‍थ रहने के द‍िए टिप्‍स।

संवाद सूत्र, जमालपुर (मुंगेर)। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जमालपुर में एक सेमिनार का आयोजन चिकित्सक डा. प्रिया के नेतृत्व में किया गया। इस मौके पर आयुष चिकित्सक डा. विमल कुमार भी उपस्थित थे। इस दौरान कई मरीजों के हृदय की जांच हुई। डा. प्रिया ने बताया कि हृदय रोग के मुख्य कारणों में से एक महत्वपूर्ण कारण जीवन शैली में आया बदलाव भी है। तनाव भरे जीवन में खानपान, प्रदूषण धूम्रपान यह सब भी ह्रदय रोग उत्पन्न करने में सहायक होता है।

डा. विमल ने कहा कि फास्ट फूड, धूम्रपान यह सब चीजों का त्याग कर कर ही आप अपने हृदय को स्वस्थ रख सकते हैं। हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर के योग प्रशिक्षक शैलेश कुमार ने कहा योग और प्राणायाम के नियमित अभ्यास से हृदय को स्वस्थ रखा जा सकता है। कई बीमारियों से बचाव के लिए प्रतिदिन नियमित रूप से योग का अभ्यास करना काफी सहायक है। सभी लोगों ने स्वस्थ हृदय के लिए नियमित रूप से योग व व्यायाम के साथ ही खानपान पर नियंत्रण का लिया संकल्प। हृदय रोग से बचाव के लिए लोगों को जागरूक करने पर भी बल दिया।

वरीय नागरिकों के इलाज के लिए अलग से नहीं है व्यवस्था

वरीय नागरिकों के इलाज की अलग व्यवस्था न तो जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल में है और न ही सदर अस्पताल में ही। स्थिति यह है कि सदर अस्पताल में वरीय नागरिकों के रजिस्ट्रेशन के लिए अलग काउंटर तक नहीं बनाए गए हैं। मेडिकल कालेज अस्पताल में है भी तो वहां वयस्क भी वरीय नागरिकों के साथ ही रजिस्ट्रेशन करवाते हैं।

दोनों अस्पतालों के आउटडोर विभाग में रविवार को छोड़कर प्रतिदिन इलाज करवाने वाले मरीजों की संख्या सैकड़ों में रहती है। सदर अस्पताल में प्रतिदिन तकरीबन चार सौ तो मेडिकल कालेज अस्पताल में एक हजार से ज्यादा मरीज इलाज करवाने आते हैं। इन अस्पतालों में वरीय नागरिकों को अलग इलाज के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है। धक्के खाते हुए वरीय नागरिक लाइन में खड़े होकर रजिस्ट्रेशन करवाते हैं और डाक्टर के पास जाने के लिए अपनी बारी आने का इंतजार करते हैं। यही परेशानी दवा लेने के समय भी होती है। अलग काउंटर नहीं बनाए गए हैं। सिविल सर्जन डा. उमेश शर्मा ने कहा कि जल्द ही वरीय नागरिकों के अलग इलाज के लिए कमरा की व्यवस्था की जाएगी। वहीं मेडिकल कालेज अस्पताल के अधीक्षक डा. असीम कुमार दास ने कहा कि की कमरा की कमी है, फिर भी क्या व्यवस्था हो सकती है, देखा जाएगा।

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