Bihar: यहां चलता है बालू तस्‍करों का राज, डीएसपी तक कांपने लगते हैं थरथर, कई बार हो चुका है हमला

बिहार में बालू तस्‍करी का खेल जोरों पर है। बालू तस्‍करों का कुछ इलाके में तो इस कदर मनमानी है कि वहांंके पुलिस अधिकारी भी उनसे डरते हैं। कार्रवाई करते ही बालू तस्‍कर ऐसे पुलिस अधिकारियों को धमकी देने लगते हैं।

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Wed, 18 Aug 2021 10:06 AM (IST) Updated:Wed, 18 Aug 2021 10:06 AM (IST)
Bihar: यहां चलता है बालू तस्‍करों का राज, डीएसपी तक कांपने लगते हैं थरथर, कई बार हो चुका है हमला
बिहार में बालू तस्‍करी का खेल जारी है।

भागलपुर [संजय सिंह, भागलपुर]। हाल की पुलिसिया कार्रवाई से नाराज बालू तस्कर अब प्रशिक्षु डीएसपी को भी धमकी देेने लगे हैं। इसके पूर्व बांका के एक डीएसपी पर तस्करों द्वारा जानलेवा हमला किया गया था। कजरैली थाना में पदस्थापित प्रशिक्षु डीएसपी गौरव मिश्रा ने धमकी की बाबत पूरी रिपोर्ट थाने की स्टेशन डायरी में दर्ज की है। पुलिस के वरीय अधिकारी पूरे मामले की जांच-पड़ताल कर रहे हैं।

भागलपुर जिले का जगदीशपुर और कजरैली इलाका बालू तस्करी का मुख्य केंद्र रहा है। उधर, बांका में अमरपुर, पंजवारा और बौंसी के रास्ते भी बड़े पैमाने पर बालू की तस्करी हो रही है। प्रशिक्षु डीएसपी ने थाने में योगदान करने के बाद बालू तस्करों पर नकेल कसनी शुरू कर दी थी। उन्होंने दो दर्जन से अधिक तस्करों के खिलाफ कार्रवाई की। सोमवार को भी उन्होंने बालू के अवैध खनन में लगे 14 ट्रैक्टरों को जब्त किया। इस दौरान एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर जेल भी भेजा गया। पुलिस की कार्रवाई से खफा एक तस्कर सरगना ने पत्र लिखकर प्रशिक्षु डीएसपी को धमकी दी। धमकी में जान मारने और मुकदमा में फंसाने की भी बात कही गई है।

प्रशिक्षु डीएसपी गौरव मिश्रा ने बताया कि इस मामले में आवश्यक कानूनी कार्रवाई की गई है। वरीय अधिकारियों को भी पूरे प्रकरण से अवगत कराया गया है। उन्होंने बताया कि इस तरह के मामले में एक बड़े बालू तस्कर पर नजर रखी जा रही है। इस घटना से कुछ समय पूर्व बांका के डीएसपी दिनेश चंद्र श्रीवास्तव पर भी बालू तस्करों के एक गिरोह ने जानलेवा हमला कर दिया था। वे तस्करों के खिलाफ छापेमारी के लिए गए थे। हमले के बाद उनकी हालत नाजुक हो गई थी। गहन चिकित्सा के बाद उनकी जान बच पाई। हैरानी तो इस बात की है कि महीनों बीत जाने के बाद डीएसपी के कई हमलावरों की गिरफ्तारी अब तक नहीं हो पाई है। ऐसी स्थिति में बालू तस्करों का मनोबल बढऩा लाजिमी है। अब देखना है कि डीएसपी को धमकी देने के मामले में तस्करों की पहचान कर कार्रवाई कब तक हो पाती है! 

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