BIhar Board 10th Result 2020: सेंसेक्स की तरह लुढ़क गया सिमुलतला आवासीय विद्यालय का परिणाम, टॉप-5 में भी जगह नहीं
BIhar Board 10th Result 2020 इस बार सिमुलतला आवासीय विद्यालय के विद्यार्थियों ने बेहतर प्रदर्शन नहीं किया। यहां के छात्रों में टॉप-5 में भी जगह नहीं मिली। टॉप 10 में तीन छात्र है।
जमुई, जेएनएन। सिमुलतला आवासीय विद्यालय के बच्चे 2020 की मैट्रिक की परीक्षा में अपेक्षा के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाए। सेंसेक्स की तरह स्कूल का परिणाम लूढ़क गया। भले ही इसबार परिणाम निराशजनक रहा है, लेकिन स्कूल के बच्चों के हौसले बुलंद हैं। विद्यालय से मैट्रिक की परीक्षा में इस वर्ष कुल 115 छात्र-छात्राएं शामिल हुए। 59 छात्र एवं 56 छात्राएं है।
टॉप टेन के 41 की सूची में विद्यालय से महज तीन छात्र अपना स्थान बना पाए। राज रंजन 474 अंक लाकर सूबे के तीन छात्रों के साथ संयुक्त रूप से सातवां स्थान, 473 अंक लाकर बमबम कुमार छह छात्रों के साथ आठवां स्थान एवं रोहित कुमार 471 अंक लाकर दस छात्रों के साथ संयुक्त रूप से दसवां स्थान प्राप्त कर पाए। पहली दफा विद्यालय का कोई छात्र टॉप फाइव में स्थान नहीं बना पाए, जबकि बीते पांच वर्षों का परिणाम से इस विद्यालय ने अपना स्थान राष्ट्रीय स्तर पर बनाया था।
2019 में विद्यालय से 119 बच्चे शामिल हुए। जिसमें में 60 छात्र एवं 59 छात्राएं शामिल हुए। परीक्षाफल में इस विद्यालय से सूबे के टॉप टेन में 18 में से 16 छात्र इस विद्यालय के हैं। इस वर्ष के टॉप फाइव में सभी बच्चे इस विद्यालय के हैं। विद्यालय के सोनी कुमारी जिसे महज 424 अंक दिया गया था। वे अपने अंक से संतुष्ट नहीं थी। उन्होंने पुन: कॉपी जांच के लिए चैलेंज किया। आरटीआइ भी की गई। जांचोपरांत उसके अंक में कुल 30 अंकों की बढ़ोतरी हुई। परिणाम स्वरूप कोई रैंक में नहीं रहने वाली सोनी राज्य में अपने अन्य सहयोगी छात्राओं के साथ संयुक्त रूप से दूसरे स्थान में आ गई। इस परिवर्तन के कारण विद्यालय में टॉपरों की संख्या कुल 17 हो गई थी। 2018 में 112 छात्र छात्राओं ने परीक्षा में शामिल हुए। जिसमें 57 छात्र और 55 छात्राएं। टॉप टेन के 23 के लिस्ट में इस विद्यालय के 16 छात्र-छात्राओं ने अपना स्थान बनाकर विद्यालय के साथ सूबे के नाम रोशन किया। विद्यालय के प्रेरणा राज 457 अंक लाकर टॉपर रही। प्रज्ञा कुमारी एवं शिखा कुमारी संयुक्त रूप में द्वितीय स्थान पर रही। 2017 में विद्यालय से 14 छात्र-छात्राओं ने टॉप टेन में जगह बनाया। बीते दो वर्षों के बाद विद्यालय टॉपर देने से वंचित रह गया। इस वर्ष भव्या दूसरे स्थान में रही। भव्या कुमारी रिजल्ट से संतुष्ट नहीं हुई। उसने कोर्ट का दरवाजा खटखटा कर कॉपी की जांच कराई।
जांचोपरांत उन्हें लखीसराय के प्रेम कुमार के साथ संयुक्तरूप से बिहार टॉपर घोषित किया गया। इस कारण विद्यालय लगातार तृतीय वर्ष टॉपर देकर अपने मान-सम्मान को बनाए रखा। 2016 इस वर्ष विद्यालय से 121 छात्र-छत्राओं ने परीक्षा में शामिल हुए और 42 छात्र-छात्राओं ने टॉप टेन में स्थान बनाया। सभी 42 छात्र-छात्राएं इसी विद्यालय के थे। विद्यालय की छात्रा बबिता कुमारी एवं तृषा तन्वी 96.6 अंक लाकर संयुक्त रूप से बिहार टॉपर बनी। विद्यालय अपने प्रथम मैट्रिक के परिणाम 2015 में बिहार बोर्ड के कई रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिया। इस वर्ष 108 छात्र-छात्राओं ने मैट्रीक की परीक्षा दी। बिहार बोर्ड के टॉपटेन के लिस्ट में कुल 31 छात्र-छात्राओं का नाम आया। इस विद्यालय से अकेले 30 छात्र-छात्राओं ने इस लिस्ट में जगह बनाई। कुणाल जिज्ञासु एवं नीरज रंजन ने 97.4 अंक लेकर बोर्ड का रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिया था।