BAU Agricultural Fair : युवाओं को कृषि और व्यवसाय से जोड़ा जाएगा, दी जाएगी यह सहायता

BAU Agricultural Fair बिहार कृषि विश्‍वविद्यालय में किसान मेला संपन्‍न हो गया। इस दौरान काफी प्रदर्शनी भी लगाई गई। काफी संख्‍या में लोगों ने प्रदर्शनी को देखा। समारोह में कई विवि के कुलपति समेत कई प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे।

By Dilip Kumar shuklaEdited By: Publish:Mon, 22 Feb 2021 04:37 PM (IST) Updated:Mon, 22 Feb 2021 04:37 PM (IST)
BAU Agricultural Fair : युवाओं को कृषि और व्यवसाय से जोड़ा जाएगा, दी जाएगी यह सहायता
बिहार कृषि विश्‍वविद्यालय में कृषि मेला आज संपन्‍न हो गया।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। भागलपुर अवशेषों का उपयोग कर स्वच्छ भारत का सपना  सकार किया जा रहा है। किसानों की आमदनी भी बढ़ेगी है। उक्त बातें बिहार कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित किसान मेले के अंतिम दिन उद्घाटन सत्र में राजेंद्र कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ आरसी श्रीवास्तव ने कही। उन्होंने कहा लीची का बीज, केले के थंभ आदि का उपयोग कर नए उत्पाद की तकनीक बनाई गई है, जो विश्वविद्यालय द्वारा किसानों तक पहुंचाया जा रहा है। किसानों से गोबर लेकर उसे गैस सिलेंडर दिया जाता है। गोबर का वर्मी कंपोस्ट बनाया जाता है। उन्‍होंने कहा कि आने वाले समय में बीएयू और हमारा केंद्रीय विश्वविद्यालय सहित इंटरनेशनल कई संस्थान मिलकर एक साथ काम करेंगे। ताकि किसानों की आय दोगुनी हो सके।

कुलपति डॉ आरके सुहाने ने कहा कि युवाओं को कृषि और उससे जुड़े व्यवसाय से जुड़ने के लिए कई संस्थान राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्‍तर पर मिलकर एक परियोजना बिहार के लिए बना रहे हैं। इससे किसानों का काफी विकास होगा।

बिहार विद्यापीठ पटना के अध्यक्ष डॉ विजय प्रकाश ने कहा कि उनक यहां अटल एक्टिवेशन सेंटर चल रहा है, जिसमें किसानी उत्पादों की पैकेजिंग का ज्ञान सिखाया जा रहा है। अलग-अलग उत्पादों के लिए अलग-अलग पैकेजिंग की जरूरत है। तभी हम राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में यहां के उत्पाद बेच पाएंगे। उन्‍होंने कहा कि विगत एक दशक में हमारे किसानों ने उत्पादन का रिकॉर्ड कायम किया है। लेकिन बाजारीकरण और पैकेजिंग का व्यवस्था नहीं होने के कारण लाभ नहीं हो पा रहा है। उन्होंने कहा कि आज हम बेहतर तकनीक और मॉडल से अंडा उत्पादन में आत्मनिर्भर हैं। 40 लाख रुपए की लागत से 5000 अंडा उत्पादन किया जा सकता है, जिससे सात हजार रुपये प्रतिदिन आय अर्जित किया जा सकता है।

इस अवसर पर भागलपुर के डीएम सुब्रत कुमार सेन, बांका के डीएम सुहर्स भगत, वाराणसी के सुधांशु सिंह, आरके जाट आदि ने भी संबोधित किया। स्वागत संबोधन डॉ एम हक और धन्यवाद ज्ञापन डॉ पीके सिंह ने किया।

काफी आकर्षक लगा गोद भराई

मेले में आईसीडीएस ने अन्नप्राशन और गोदभराई का रश्म किया गया। भागलपुर और बांका के के डीएम ने इस रस्म में सहभागिता निभाई। सोहर और गीत का भी आयोजन किया गया। इस अवसर पर अर्चना कुमारी के नेतृत्व में सबौर की सीडीपीओ रश्मि रमन के साथ सहायिका सेविका उपस्थित थी। आईसीडीएस के अधिकारी भी इसमें शामिल हुए।

पांडा हुए पुरस्कृत

जी त्रिवेदी बेस्ट प्रसार का पुरस्कार वरीय विज्ञानी डॉ सीके पंडा को दिया गया। प्रसार क्षेत्र में  बेहतर काम के लिए उन्‍हें पुरस्कृत किया गया। बांका के किसान रुपेश कुमार, भागलपुर के राजेश कुमार, खगड़िया के अर्जुन प्रसाद वर्मा, भागलपुर की नैना कुमारी, खगड़िया के रंजीत पासवान को पुरस्कृत किया गया।

जिलाधिकारी मीडिया सेंटर देखा

भागलपुर और बांका के दोनों डीएम ने बीएयू के मीडिया सेंटर और एफएम रेडियो ब्रॉडकास्टिंग को देखा। वे हर एक बिंदु से रूबरू हुए। शहद का प्रोसेसिंग यूनिट को देखा।

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