Bhagalpur LS Seat : PM नरेंद्र मोदी के आने से सक्रिय हुए रूठे भाजपा कार्यकर्ता और समर्थक

भागलपुर पर एनडीए गठबंधन के निर्णय से न सिर्फ पार्टी कार्यकर्ता बल्कि उनके समर्थक भी नाराज चल रहे थे। टिकट की आस लगाए एक राष्ट्रीय नेता भी इस पर अपनी नाराजगी जाहिर कर चुके हैं।

By Dilip ShuklaEdited By: Publish:Sun, 14 Apr 2019 03:46 PM (IST) Updated:Tue, 16 Apr 2019 04:21 PM (IST)
Bhagalpur LS Seat : PM नरेंद्र मोदी के आने से सक्रिय हुए रूठे भाजपा कार्यकर्ता और समर्थक
Bhagalpur LS Seat : PM नरेंद्र मोदी के आने से सक्रिय हुए रूठे भाजपा कार्यकर्ता और समर्थक

भागलपुर [जेएनएन]। भाजपा के गढ़ भागलपुर में गुरुवार 11 अप्रैल 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हवाई अड्डा में हुई विजय संकल्प रैली (चुनावी रैली) के बाद यहां की चुनावी फिजा बदल गई है। कल तक जो खेमा टिकट बंटबारे से नाराज होकर अलग-थलग पड़ा था। घरों में बैठ गया था, फिर अपने कुनबे से जुड़कर मिशन मोदी पर निकल चुका है। सभी रूठे विंग सक्रिय हो गए हैं। गांव-गांव में फिर झंडा लहराने लगा है। ऐसे कई चेहरे गुरुवार को पीएम की सभा में भी देखने को मिले थे। ये आए तो थे बुङो मन से, पर सभा से निकल कर गए पूरे जोश और उत्साह में। मोदी की जनसभा में भागलपुर जिले की सभी छह विधानसभा से मतदाताओं की भारी भीड़ जुटी थी। इस चुनावी सभा में

देश की सुरक्षा और स्वाभिमान से जुड़ा है यह चुनाव

सैदपुर के रंजन कुमार, सुकटिया बाजार के सोनू कुमार साह, तिनटंगा करारी के गुलराज साह, संजय सिंह, इस्माइलपुर के सुबोध यादव, अवधेश शर्मा, नवगछिया के प्रवीण भगत, बिहपुर मड़वा के रूपेश कुमार रूप, औलियाबाद के सुधांशु मिश्र, सोनू चौधरी, अमरपुर के राजीव सनगही, गौरीपुर के लल्लू कुंवर, धनंजय मिश्र, सोनवर्षा के धनंजय सुमन, संजय कुंवर, भ्रमरपुर के नवनीत झा, मनोहर झा, नारायणपुर बलाहा के विजय सिंह, चकरामी के कुंदन झा बोले, यह चुनाव देश की सुरक्षा और स्वाभिमान से जुड़ा है। हमारी किसी चूक से देश की संप्रभुता खतरे में पड़ जाए, हम ऐसा कतई न होने देंगे। एनडीए गठबंधन के स्थानीय प्रत्याशी किसी भी पार्टी से हों, फर्क नहीं पड़ता, प्रधान चौकीदार तो मोदी ही रहेंगे, जो चौकन्ना भी हैं। लोगों की भावनाओं को भी समझते हैं। देश संभालने के लिए भुजाओं में दम भी मोदी ही रखते हैं।

बाजी पलटने के लिए बहाने लगे पसीना

भागलपुर लोकसभा सीट पर एनडीए गठबंधन के निर्णय से न सिर्फ पार्टी कार्यकर्ता बल्कि उनके समर्थक भी नाराज चल रहे थे। टिकट की आस लगाए एक राष्ट्रीय नेता भी इस पर सार्वजनिक रूप से अपनी नाराजगी जाहिर कर चुके हैं। इसकी आंच से इनका पूरा और पुराना कुनबा भी जल रहा था। तब चुनाव की चर्चा करने पर समर्थक भड़क जाते थे। बोलते थे, हमारा वोट तो नोटा में जाएगा। गांव-गांव में कइयों ने तो झंडा छत से उतार कर घरों में रख दिया था। खुद भी घरों में कैद हो गए थे या खुद को चुनाव से पूरी तरह से अलग कर लिया था। अब इनके बोल और निर्णय बदलते दिख रहे हैं। अपने पक्ष में बाजी पलटने के लिए चिलचिलाती धूप में यहां-वहां घूमकर पसीना बहाने में लगे हैं। इनकी सक्रियता से उन लोगों में बेचैनी बढ़ गई है, जो कल तक चुनाव में अपनी जीत आसान मान रहे थे।

सभा में पहुंचे थे कई दिग्गज

इस चुनावी सभा को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्‍यमंत्री सुशील कुमार मोदी, केन्‍द्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे आदि ने भी संबोधित किया था। इस अवसर पर केन्‍द्रीय मंत्री रामविलास पासवान, बिहार सरकार के मंत्री राम नारायण मंडल, विजय सिन्‍हा, सांसद कहकशा परवीण, महापौर सीमा साह, इंजीनियर शैलेंद्र, अमन कुमार पासवान, सम्राट चौधरी, विधान पार्षद डॉ. एनके यादव, अनिल यादव, पिंकी कुशवाहा, भाजपा जिलाध्‍यक्ष रोहित पांडेय, लोजपा जिलाध्‍यक्ष अमर कुशवाहा, जदयू जिलाध्‍यक्ष विभ‍ूति गोस्‍वामी के अलावा भागलपुर, बांका और मंगेर के जदयू प्रत्‍याशी क्रमश: अजय कुमार मंडल, गिरिधारी यादव और राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह आदि मंच पर उपस्थित थे। सभा की अध्यक्षता कार्यक्रम संयोजक विधान पार्षद डॉ. दिलीप जायसवाल ने की थी। 

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