मांझी को हटाने का निर्णय पार्टी व राज्य हित में : सतीश

जागरण संवाददाता, भागलपुर : जदयू के प्रदेश महासचिव सह अभियान समिति के अध्यक्ष सतीश कुमार ने कहा कि मु

By Edited By: Publish:Sun, 08 Feb 2015 09:18 PM (IST) Updated:Sun, 08 Feb 2015 09:18 PM (IST)
मांझी को हटाने का निर्णय पार्टी व राज्य हित में : सतीश

जागरण संवाददाता, भागलपुर : जदयू के प्रदेश महासचिव सह अभियान समिति के अध्यक्ष सतीश कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी पिछले कुछ दिनों से भटक गए थे। उनके कार्यकलाप से जनता परेशान हो रही थी। वे भाजपा के इशारे पर काम करने लगे थे। मांझी को हटाने और नीतीश कुमार को विधायक दल का नेता चुनने का निर्णय जदयू और राज्य हित में लिया गया है।

कुमार रविवार को परिसदन में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। जदयू नेता ने कहा कि बिहार की परिस्थिति को देखते नीतीश कुमार सत्ता संभालने के लिए तैयार हुए। मांझी विधायकों के द्वारा चुने गए मुख्यमंत्री नहीं थे बल्कि नीतीश कुमार द्वारा नामित नेता थे। विधायकों ने नए नेता के चयन का अधिकार नीतीश कुमार को दिया था।

तब उनके द्वारा जीतनराम मांझी का नाम दिया गया जिसे सभी विधायकों ने माना। यह पूछने पर कि अभी क्या परिस्थिति आ गई जब मांझी को हटाने का निर्णय लिया गया। इस सवाल पर सतीश ने कहा कि मांझी भटक गए थे। राज्य की जनता परेशान हो रही थी। सतीश ने कहा कि सीएम की कुर्सी से हटने के बाद नीतीश कुमार संगठन की मजबूती के लिए काम कर रहे थे। लोकसभा चुनाव में पार्टी को मिली हार के बाद यह माना गया कि संगठन कमजोर हो गया है। जिसे मजबूत करने की आवश्यकता है।

जदयू नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार की उपेक्षा कर रहे हैं। यह सरकार अध्यादेश की सरकार हो गई है। सात माह में नमो सरकार ने छह अध्यादेश लाया। उन्होंने कहा कि नमो के बढ़ते सांप्रदायिक और संविधान तोड़ने वाले कदम को रोकने के लिए नीतीश कुमार को विधायकों ने अपना नेता चुना है। मालूम हो कि 15 फरवरी को पटना में होने वाले कार्यकर्ता सम्मेलन की तैयारी की समीक्षा के लिए वे यहां आए थे। मौके पर मो. तनवीरूज्जमां, अर्जुन प्रसाद साह व विभूति गोस्वामी थे।

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