इस्लाम में औरतों को बुलंद मुकाम हासिल : इशरत अजीम

नावकोठी (बेगूसराय) : इस्लाम मजहब में औरतों को बुलंद मुकाम अता किया गया है। अल्लाह ने कुरान में मा

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Mar 2018 05:37 PM (IST) Updated:Tue, 20 Mar 2018 05:37 PM (IST)
इस्लाम में औरतों को बुलंद मुकाम हासिल : इशरत अजीम
इस्लाम में औरतों को बुलंद मुकाम हासिल : इशरत अजीम

नावकोठी (बेगूसराय) : इस्लाम मजहब में औरतों को बुलंद मुकाम अता किया गया है। अल्लाह ने कुरान में मां की शक्ल में औरतों को इतना बड़ा मुकाम दिया है कि मां के कदमों में जन्नत बताया। बेटी की शक्ल में घरों की रहमत बताई है। लेकिन आज कुछ लोग इस्लाम के असली रूह को छोड़कर मजहबे इस्लाम को बदनाम करने में जुटे हुए हैं। उक्त बातें मोहतरमा इशरत अजीम ने मंगलवार को प्रखंड के हसनपुर बागर में महिलाओं की एकदिवसीय जलसागाह में कहीं।

मोहतरमा अजीम ने तीन तलाक बिल को लेकर हुकूमते हिन्द के नापाक इरादों से औरतों को जागरूक करते हुए कहा, यह कानून इस्लाम के खिलाफ है। इस साजिश के विरुद्ध महिलाओं को एकजुट होकर मुकाबला करने के लिए आंदोलन चलाने की तथा 24 मार्च को बेगूसराय जिला मुख्यालय में सांकेतिक प्रदर्शन में भाग लेने की अपील की। प्रखंड के वृंदावन, रजाकपुर, नावकोठी, हसनपुर बागर, पीरनगर, विष्णुपुर, देवपुरा, समसा, इस्फा आदि गांवों से आए हजारों महिलाओं को नमाज पढ़ने, रोजा रखने, इल्म हासिल करने के लिए प्रेरित किया। मौके पर प्रबंधन की तमाम गतिविधियों को मो. वाजिद, डॉ. चांद हाफिज, बरकतुल्लाह मौलाना फैयाज, हाफिज अल्लाम, मो नसीम आदि मौजूद थे।

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