रेफरल अस्पताल मंझौल की स्वास्थ्य सुविधाएं बदहाल

बेगूसराय। एक ओर आमजनों को सुलभ तथा सस्ती स्वास्थ्य सुविधा के लिए जनकल्याणकारी योजनाएं सरकार

By Edited By: Publish:Tue, 01 Dec 2015 03:07 AM (IST) Updated:Tue, 01 Dec 2015 03:07 AM (IST)
रेफरल अस्पताल मंझौल की स्वास्थ्य सुविधाएं बदहाल

बेगूसराय। एक ओर आमजनों को सुलभ तथा सस्ती स्वास्थ्य सुविधा के लिए जनकल्याणकारी योजनाएं सरकार द्वारा चलायी जा रही है। वहीं रेफरल अस्पताल मंझौल की स्वास्थ्य सेवा बदहाल है। बताते चलें कि अस्पताल में चार चिकित्सक पदस्थापित हैं। इसमें एक दंत चिकित्सक तथा एक महिला चिकित्सक हैं। ग्रामीण बताते हैं कि प्राय: ओपीडी में दो से तीन घंटे चिकित्सक अस्पताल में रहते हैं। इसके बाद अस्पताल ए ग्रेड नर्स के भरोसे रहता है। आए दिन दुर्घटनाग्रस्त मरीज जब अस्पताल पहुंचो हैं तो मामूली मरहम पट्टी कर उसे सदर अस्पताल र फर कर दिया जाता है।

क्या है अस्पताल की स्थिति

सरकार द्वारा 40 प्रकार की जांच के लिए अस्पताल में एनालाइजर मशीन उपलब्ध करा दिया गया है। इसमें ब्लड सुगर, यूरिया, क्रिएट¨नग, बिलरूबीन तथा अन्य तरह के रोगियों की जांच की जा सकती है। वह भी जांच नहीं हो रही है। अस्पताल में एक्स-रे की सुविधा उपलब्ध नहीं है। फोटो थेरेपी उपचार नहीं हो पा रहा है। नवजात शिशु के उपचार के लिए वार्मर भी एक कक्ष की शोभा बढ़ा रहा है। बदहाली की स्थिति यह है कि कई महत्वपूर्ण दवाईयां जो फ्रिज में रखनी चाहिए वह जैसे तैसे रखी जा रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अस्पताल में 133 प्रकार की दवाईयां रहनी चाहिए। फिलवक्त 25 से 30 प्रकार की दवाएं अस्पताल में उपलब्ध ह । अस्पताल का एंबुलेंस एक वर्ष से खराब पड़ा है। वार्ड रूम की ओर का बरामदा एवं गेट टूटा हुआ है।

क्या कहते हैं जनप्रतिनिधि

जिला परिषद सदस्य अनिल सहनी, मुखिया राजेश कुमार, राजद नेता कौशल ठाकुर, जदयू नेता विनीत पासवान व अन्य ने बताया कि अस्पताल में आमजन को सरकार द्वारा उपलब्ध सुविधा रोगियों को नहीं मिल पा रही है। जिससे रोगियों को भारी परेशानी होती है। अस्पताल की व्यवस्था बदहाल है। इसलिए जिला प्रशासन तथा सिविल सर्जन से अस्पताल की व्यवस्था में सुधार करने की मांग की है।

कहते हैं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी

प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. अनिल प्रसाद ने कहा कि अस्पताल की स्वास्थ्य सुविधा ठीक करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। यहां की कमियों से जिला के वरीय पदाधिकारी को अवगत कराया जा चुका है। सरकार द्वारा उपलब्ध कराये गये संसाधन में रोगियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने में कोई कोताही नहीं बरती जाती है।

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