ठंड का आलम : निबंधन केंद्र पर आवेदन से ज्यादा काउंटर

बांका। जिला निबंधन सह परामर्श केन्द्र का नवनिर्मित भवन पहली दफा पहुंचने वाले हर एक को आकर्षित करता है।

By Edited By: Publish:Wed, 28 Dec 2016 08:50 PM (IST) Updated:Wed, 28 Dec 2016 08:50 PM (IST)
ठंड का आलम : निबंधन केंद्र पर आवेदन से ज्यादा काउंटर

बांका। जिला निबंधन सह परामर्श केन्द्र का नवनिर्मित भवन पहली दफा पहुंचने वाले हर एक को आकर्षित करता है। अंदरूनी हिस्सा बिल्कुल चमक-दमक बिखरने में सफल है। परंतु घोषणा के अनुरूप केन्द्र से दी जाने वाली सुविधा नहीं मिल पा रही है। शायद कुछ समय इसके व्यवस्थित होने में लग जाएगा। परंतु बात अगर मौजूदा वक्त की करें, तो ठंड की वजह से आवेदकों की संख्या में भारी गिरावट देखी जा रही है। स्थिति यह है कि कभी-कभी काउंटर अधिक व आवेदकों की संख्या दो-चार में ही सिमट जाती है। बुधवार की बात करें तो ठंड की दस्तक से आवेदकों में काफी कमी रही। बहरहाल, अबतक केन्द्र के पास कुल 5606 आवेदन प्राप्त हुए है। जिसमें 3132 निबंधित हो गया है। बुधवार को जिला निबंधन सह परामर्श केंद्र का ऑन द स्पॉट रिपोर्ट।

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अधूरा निर्माण कार्य बनी आफत

जिला निबंधन सह परामर्श केंद्र में अभी भी कई निर्माण कार्य बाकी है। लिहाजा प्रतिदिन यहां कुछ न कुछ काम हो रहा है। जिसकी वजह से काम में अवरोध की बात कही जा रही थी। बुधवार को भी कई कार्य हो रहा था।

समय : 10 बजकर 10 मिनट

चार की संख्या में आवेदक पूछताछ काउंटर के बिल्कुल पास खड़े थे। उनकी स्थिति देखने से प्रतीत हुआ की वह ठंड से ठिठुरते हुए काफी समय से काउंटर खुलने का इंतजार कर रहे हैं। 10 बजकर 20 मिनट तक काउंटर की खिड़की बंद पड़ी रही। काउंटर के बिल्कुल पास खड़े गो¨वद पासवान ने कहा कि वह भगवानपुर से आया है परंतु अबतक खिड़की नहीं खुली है। उन्हें अपना आवेदन जमा करना है और कुछ जानकारी भी लेनी है। उनके साथ खड़े राजमोहन सहित अन्य आवेदक को भी सामान्य समस्या परेशान कर रही थी। अंदर प्रवेश करते ही वहां पूरा सन्नाटा पसरा हुआ था। परंतु, काउंटर पर कंप्यूटर ऑपरेटर बैठ रहे थे। थोड़ी देर के बाद भी स्थिति जस की तस थी। देखा गया कि काउंटर की संख्या दर्जन में थी, परंतु आवेदक मात्र चार से पांच की संख्या में थे।

समय : 11:05

आधे घंटे के बाद काउंटर पर आवेदकों की स्थिति काफी घट गई थी। यहां मात्रा एक आवेदक खड़ा था। 10 मिनट के उपरांत प्रशाल में एक अभिभावक आवेदक के इंतजार में बैठे थे। बाहर के निर्माण कार्य के लिए मापी की जा रही थी।

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कहते हैं आवेदक

फोटो 28 बीएएन 26, 27, 28

आवेदक से बातचीत करने पर उनकी समस्या भी सामने आई। आवेदक गो¨वद पासवान ने बताया कि उनका दूसरे प्रयास में आवेदन को स्वीकार किया गया है। पहली दफा कागजी खामी की वजह से आवेदन अस्वीकृत कर दिया गया था। आवेदक बबलू अंसारी केसीसी कार्ड के लिए सूईया से पहुंचे थे, उन्होंने कहा कि वे अबकी तीसरी बार यहां पहुंचे हैं। परंतु आज भी निराशा ही हाथ आई है। नाराजगी भरे शब्दों में बताया कि विभागीय आनाकानी की वजह से उनका काम नहीं हो पाया है। ठंड में बिना काम हुए वापस जाना भारी तकलीफ भरी बात है। अमरपुर के संजीव कुमार ने कहा कि दूसरी बार में आवेदन स्वीकृत हुआ है।

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