नेटवर्क की समस्या से ऑनलाइन चालान को लगा रहा ग्रहण

बांका। खनन एवं भूतत्व विभाग ने राज्य के सभी जिले में बालू उठाव को ऑनलाइन कर दिया गया है ताकि इसमें प

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Jun 2017 01:00 AM (IST) Updated:Thu, 29 Jun 2017 01:00 AM (IST)
नेटवर्क की समस्या से ऑनलाइन चालान को लगा रहा ग्रहण
नेटवर्क की समस्या से ऑनलाइन चालान को लगा रहा ग्रहण

बांका। खनन एवं भूतत्व विभाग ने राज्य के सभी जिले में बालू उठाव को ऑनलाइन कर दिया गया है ताकि इसमें पारदर्शिता बनी रहे। लेकिन नेटवर्क की समस्या के कारण बांका जिला में ऑनलाइन सिस्टम को ग्रहण लग गया है। मोबाइल टावर नहीं रहने के कारण दर्जनों बालू घाटों पर सिस्टम फेल हो गया है। वैसे इस दिशा में स्थानीय बालू संवेदक को इस व्यवस्था को दुरूस्त करना है। लेकिन अभी तक ऐसा नहीं किया गया है। इस कारण अभी भी कुछ घाटों पर मेनुअल चालान का ही प्रयोग किया जाता है। इससे तय कीमत से अधिक राशि लेने की बात भी सामने आ रही है।

इधर, नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के निर्देश पर प्रत्येक साल की तरह इस साल भी एक जुलाई से अक्टूबर तक बालू उठाव पर रोक लगा दी गई है। तीन माह तक बालू उठाव बंद होने के कारण विभाग भी ऑनलाइन प्रक्रिया में शिथिल है। वैसे खनन विभाग का दावा है कि ऑनलाइन चालान लागू करने में बांका जिला ने राज्यभर में दूसरा स्थान प्राप्त किया है। जबकि गया जिला ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है। जानकारी के अनुसार दोमुहान, लकनौढ़ी, पंजवारा, गोढिया, छापरा, दक्षिण गोरिया, मांझी, कुमरसार आदि बालू घाटों पर अभी भी मेनुअल चालान ही काटा जा रहा है। वहीं, विशनपुर, सैदपुर चमेली आदि घाटों पर ऑनलाइन चालान काटा जा रहा है।

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कुछ स्थानों पर नेटवर्क की समस्या है। इस कारण ऑनलाइन चालान में परेशानी होती है। वैसे दूरभाष पर चालान मिलान के बाद ही ट्रक या ट्रैक्टरों से बालू उठाव किया जाता है। नेट की समस्या को दूर करने का प्रयास किया जाएगा।

विजय ¨सह, खनन पदाधिकारी, बांका

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