लाखों की लागत से बना तटबंध लगा टूटने
बांका। प्रखंड क्षेत्र के बदुआ नदी के पूर्वी तट पर ¨सचाई विभाग द्वारा करीब बीस लाख की लागत से बनीं तट
बांका। प्रखंड क्षेत्र के बदुआ नदी के पूर्वी तट पर ¨सचाई विभाग द्वारा करीब बीस लाख की लागत से बनीं तटबंध टूटने लगी है। इससे किसानों में नाराजगी है। ज्ञात हो कि जीरो से 42 किलोमीटर लंबी दूरी तक इस तटबंध का निर्माणकार्य करीब दो साल पूर्व आईपीसी कंपनी द्वारा किया गया था। जिसे नदी की रेत से उंचाकर तटबंध के उपर हल्की मिट्टी डालकर छोड़ दिया गया था। तटबंध के निर्माणकार्य शुरू होते ही नदी किनारे बसे गांव के लोगों को लगने लगा था की अब उनकी जमीन जो बदुआ नदी की कोख मे वर्षो से समा रही थी। उसका बचाव होगा। लेकिन अब तटबंध निर्माण के दो साल के अंदर ही भरक- भरक कर गिरना चालू हो गया है।
स्थानीय किसानों ने बताया कि तटबंध का निर्माण बदुआ की तेज धारा से लगातार हो रही जमीन की कटाव को रोकने के लिए हुआ था। मजबूत बांध बनाने के बदले नदी की रेत से ही बांध को उंचा कर दिया गया। साथ ही बालू की रेत की बनी बांध पर जरूरत से भी कम मिट्टी डाली गयी थी। जिसके चलते यह तटबंध बनने के साथ ही टूटकर गिरने लगी है। अगर इस नदी में एक बाढ़ आ जाय तो यह तटबंध बदुआ की तेज धार मे चंद मिनटों में बह जायेगी। इस संबंध में बदुआ जलाशय ¨सचाई विभाग बिज्जीखोरबा के कार्यपालक अभियंता ने बताया कि मामले को देखा जाएगा।