शिक्षक परिवार के फर्जीवाड़ा का भंडाफोड़

By Edited By: Publish:Tue, 30 Jul 2013 09:05 PM (IST) Updated:Tue, 30 Jul 2013 09:06 PM (IST)
शिक्षक परिवार के फर्जीवाड़ा का भंडाफोड़

-तेलिया लौगांय के प्रभारी ने अपने भाई व दूसरी पत्नी को फर्जी व्यक्ति के नाम पर बनाया शिक्षक

- सूचना अधिकार कानून के तहत खुला मामला

- आवेदक जवाहर पासवान ने सूचना के आधार पर अधिकारियों को कार्रवाई के लिए सौंपा ज्ञापन

हमारे प्रतिनिधि, बांका : बांका में फर्जीवाड़ा से बहाल शिक्षकों के भेद खुलने का सिलसिला लगातार जारी है। इसी महीने शिक्षा विभाग के स्थापना शाखा ने चार फर्जी शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया है। जबकि, आधा दर्जन ऐसे शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की प्रक्रिया चल रही है। ताजा मामला, एक शिक्षक परिवार के फर्जीवाड़ा का है। जिसमें एक शिक्षक परिवार का दो सदस्य फर्जी नाम के आधार पर पिछले कई वर्षो से शिक्षक की नौकरी कर रहा है। इसका खुलासा सूचना अधिकार कानून से हुआ है। अमरपुर सुरिहारी निवासी राजनीतिक कार्यकत्र्ता जवाहर लाल पासवान ने यह सूचना प्राप्त की है। इसके मुताबिक प्राथमिक विद्यालय तेलिया लौगांय के प्रभारी प्रधानाध्यापक अरविंद रविदास ने फर्जी तरीके से अपनी दूसरी पत्नी और भाई को शिक्षक बना दिया है। जानकारी के अनुसार अरविंद रविदास की पत्नी चीन्तु मीनू भी तेलिया लौगांय विद्यालय में ही शिक्षक थी। जिसकी मौत 1999 ई में हो गयी। इस पर शिक्षक ने सबौर लालूचक निवासी शादीशुदा महिला मीना देवी से दूसरी शादी कर ली। मीना देवी, पति मुनिलाल दास ने वहां इंदिरा आवास का भी लाभ लिया है। इस बीच अरविंद रविदास ने विभागीय मिलीभगत से मीना देवी का नाम चिन्तुमीनू कर शिक्षक पद पर योगदान करा दिया। वह तब से लगातार नौकरी कर रही है। सूचना अधिकार की जानकारी के अनुसार असली चीन्तुमीनू मूल रूप से सरैयाहाट दुमका की रहने वाली है। जबकि मीना देवी रजौन थाना क्षेत्र के सिंहनान रामपुर निवासी कमली दास उर्फ कमलेश्वरी दास की पुत्री है। मीना देवी की कोई नौकरी नहीं है। लेकिन, चिंतुमीनू के नाम पर वह नौकरी कर रही है।

इसी तरह अरविंद रविदास का भाई श्यामफुल दास भी अभी दिलीप कुमार बन कर अमरपुर के प्राथमिक विद्यालय बेरमा में प्रभारी प्रधानाध्यापक बन बैठा है। शिक्षक दिलीप कुमार नौकरी में अपना पता तेलिया लौगांय तथा पिता कपिलदेव प्रसाद बता रहा है। सूचना अधिकार में तेलिया लौगाय में इस नाम का कोई व्यक्ति नहीं मिला। मगर वह बाराहाट बभनगामा निवासी शिवशंकर दास का पुत्र श्यामफुल दास है। और शिक्षक अरविंद दास का छोटा भाई है। वह दिलीप कुमार बन सन 1988 से शिक्षक होकर विभाग को चूना लगा रहा है। बभनगामा में पारिवारिक सर्वेक्षण सूची व मतदाता सूची में भी उसका नाम है। जानकारी के अनुसार अरविंद दास का एक और भाई फर्जी शिक्षक था। जो पहले ही विभाग द्वारा पकड़े जाने पर बर्खास्त हो चुका है।

-----------------------

बांका में फर्जी शिक्षक का कई मामला सामने आया है। इस पर लगातार कार्रवाई हो रही है। शिक्षक अरविंद रविदास के दो परिजन के फर्जी होने का मामला उनके पास नहीं आया है। आवेदन प्राप्त होते ही इसकी विभागीय जांच करा कर बर्खास्तगी की कार्रवाई की जाएगी। मामला सही होने पर उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर राशि वापसी की भी कार्रवाई होगी।

अहसन, डीपीओ स्थापना शिक्षा विभाग

----------------------

अरविंद रविदास फर्जीवाड़ा का सरदार है। उसके दोनों परिजन फर्जी शिक्षक हैं। दोनों का आवासीय पता, पारिवारिक सर्वेक्षण व मतदाता सूची के अलावा सूचना अधिकार से प्राप्त जानकारी यह साबित हुआ है। इसका आवेदन उन्होंने दोनों प्रखंड के बीईओ को दिया है। गुरूवार को जिलाधिकारी के जनता दरबार में भी इसका आवेदन देंगे। विभागीय इसकी जांच कर दोनों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करे।

जवाहर लाल पासवान, सूचना प्राप्तकत्र्ता

मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर

chat bot
आपका साथी