किसानों की हत्या से दहल रहा इलाका
औरंगाबाद। ओबरा थाना के गांवों में दहशत का माहौल है। किसानों की लगातार हत्या हो रही
औरंगाबाद। ओबरा थाना के गांवों में दहशत का माहौल है। किसानों की लगातार हत्या हो रही है। पुलिस हत्या के एक मामले को सुलझा भी नहीं पाती है कि दूसरी घटना सामने आ जाती है। 25 दिनों में तीन किसानों की हत्या कर अपराधियों ने दहशत फैला दिया है। मंगलवार सुबह पौथू थाना के भताड़ी गांव निवासी 42 वर्षीय किसान सुरेश यादव की अपराधियों ने हत्या कर दी। दहशत फैलाने की नियत से उसके शव को पेड़ से लटका दिया। इससे पहले अपराधियों ने ओबरा थाना के कारा बिगहा के किसान गिरिजा ¨सह की गोली मार हत्या कर दी थी। किसान गिरिजा की हत्या 29 सितंबर 2018 को की गई थी। पुलिस इस हत्या का सुराग ढूंढ रही थी कि अपराधियों ने ओबरा थाना से एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित खरांटी गांव में किसान रवींद्र पांडेय की हत्या कर दी। रवींद्र पांडेय को अपराधियों ने दरवाजे पर ही कनपटी में सटाकर गोली मार दी। एक अक्टूबर 2018 को अपराधियों ने रवींद्र की हत्या की। किसानों की लगातार हो रही हत्या से इलाका दहल ही रहा था कि ओबरा थाना के अरंडा में अपराधियों ने 15 वर्षीय बालक अशोक कुमार की हत्या कर दी। साक्ष्य मिटाने की नियत से शव को धान के खेत में फेंक दिया। अशोक की हत्या 12 अक्टूबर 2018 को की गई थी। पुलिस इन मामलों को सुलझाने में लगी थी कि अपराधियों ने खुली चुनौती देते हुए किसान सुरेश ¨सह की हत्या कर दी। हत्या से पहले सुरेश ने मोबाइल पर अपने परिजनों से बात की है। इससे पहले बारुण थाना क्षेत्र में अपराधियों ने एक युवक की हत्या कर शव को पेड़ से लटका दिया था। ओबरा थाना मुख्यालय में 20 मई 2018 को अपराधियों ने इंजीनिय¨रग के छात्र अनीश कुमार उर्फ मुन्ना की गोली मार हत्या कर दी थी। अनीश को अपराधियों ने एके-47 से गोली मारी थी। घटनास्थल से पुलिस ने एके-47 का कारतूस एवं खोखा बरामद किया था। बाद में पुलिस ने अपराधियों को गिरफ्तार कर एके-47 बरामद कर लिया।
मोबाइल से खुलेगा हत्या का राज
औरंगाबाद : पौथू थाना के भताड़ी गांव निवासी किसान सुरेश यादव के हत्या का राज मोबाइल के कॉल डिटेल्स से खुलेगा। सुरेश ने हत्या से पहले परिजनों को फोन कर घटनाक्रम की पूरी जानकारी दी है। घटना के संबंध में बताया है कि अपराधियों ने शंकरपुर रेलवे गुमटी के पास पेड़ पर लटका दिया है। 24 घंटे से हम कहां थे हमें पता नहीं चला है। एसपी डा. सत्यप्रकाश ने बताया कि मृतक के मोबाइल की जांच की जा रही है। कॉल डिटेल्स से हत्या का राज खुल सकता है। हत्या से पहले कितनी बार और किससे बात की है इसकी जानकारी ली जा रही है।