मांगों को लेकर मध्याह्न भोजन के रसोइयों ने किया प्रदर्शन

परिवार तो दूर अपना भरण पोषण करना मुश्किल है। न्यूनतम मजदूरी के लिए हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई है। कहा कि 17 मार्च को पटना के गर्दनीबाग में महाधरना का आयोजन किया गया है और इस धरना में अधिक से अधिक रसोईया शामिल होकर कार्यक्रम को सफल बनाएंगे। संघ

By JagranEdited By: Publish:Mon, 24 Feb 2020 09:57 PM (IST) Updated:Tue, 25 Feb 2020 06:19 AM (IST)
मांगों को लेकर मध्याह्न भोजन के रसोइयों ने किया प्रदर्शन
मांगों को लेकर मध्याह्न भोजन के रसोइयों ने किया प्रदर्शन

अपनी विभिन्न मांगों को लेकर मध्याह्न भोजन के रसोइयां फ्रंट के बैनर तले विभिन्न विद्यालयों के रसोईयों ने सोमवार को शहर में प्रदर्शन किया। गांधी मैदान से निकला प्रदर्शन रमेश चौक, सांसद आवास होते हुए बस स्टैंड पहुंचा, जहां रसोईयों ने धरना दिया। प्रदर्शन के दौरान हाथों में कलछुल, थाली, झाडू, झंझरा लिए रसोईयों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। एक दो हजार में दम नहीं, 10 हजार से कम नहीं, नेताओं का बच्चा सोता है, हमारा बच्चा रोता है के नारे लगाते रहे। धरना को संबोधित करते हुए संघ के राष्ट्रीय महासचिव रामकृपाल, प्रदेश सचिव ओमप्रकाश राय एवं महासचिव सीताराम चौधरी ने कहा कि सरकार की उपेक्षापूर्ण रवैया के कारण रसोईयों की हालत दयनीय हो गई है। सरकार ने काम के बदले जितना पैसा देती है उसमें परिवार तो दूर अपना भरण पोषण करना मुश्किल है। न्यूनतम मजदूरी के लिए हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई है। कहा कि 17 मार्च को पटना के गर्दनीबाग में महाधरना का आयोजन किया गया है और इस धरना में अधिक से अधिक रसोईया शामिल होकर कार्यक्रम को सफल बनाएंगे। संघ के जिलाध्यक्ष सुनील पांडेय ने कहा कि जबतक हमारी मांग पूरी नहीं होगी आंदोलन जारी रहेगा। धरना को संघ के लीलावती देवी, पानपती कुंवर, बासमति देवी समेत अन्य ने संबोधित किया। सभी ने प्रत्येक माह मानदेय का भुगतान करने और मनमाने तरीके से हटाने पर रोक लगाने की मांग की। महेंद्र प्रसाद, रेखा देवी, सुनीता देवी, राजेश कुमार समेत अन्य रसोईयां शामिल रहे। धरना के बाद संघ के द्वारा सात सूत्री मांगों का ज्ञापन डीएम कार्यालय को सौंपा गया।

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