मांगों को लेकर डाक कर्मचारी संघ ने किया प्रदर्शन

औरंगाबाद। अखिल भारतीय डाक कर्मचारी संघ वर्ग तीन के कर्मचारियों ने शुक्रवार को प्रधान डाकघर के समक्ष प्रदर्शन किया। संघ के सचिव सैयद शफकत इजहार के नेतृत्व में प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों ने केंद्र सरकार के डाक कर्मचारी विरोधी नीतियों के खिलाफ नारेबाजी की। ट्रेड यूनियन के आह्वान पर प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों ने विरोधी नीतियों को वापस लेने की बात कही।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 11:13 PM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 11:13 PM (IST)
मांगों को लेकर डाक कर्मचारी संघ ने किया प्रदर्शन
मांगों को लेकर डाक कर्मचारी संघ ने किया प्रदर्शन

औरंगाबाद। अखिल भारतीय डाक कर्मचारी संघ वर्ग तीन के कर्मचारियों ने शुक्रवार को प्रधान डाकघर के समक्ष प्रदर्शन किया। संघ के सचिव सैयद शफकत इजहार के नेतृत्व में प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों ने केंद्र सरकार के डाक कर्मचारी विरोधी नीतियों के खिलाफ नारेबाजी की। ट्रेड यूनियन के आह्वान पर प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों ने विरोधी नीतियों को वापस लेने की बात कही।

सचिव ने कहा कि केंद्र सरकार सोची समझी रणनीति के तहत ट्रेड यूनियन को कमजोर करने की साजिश की है। कहा कि लागू नहीं नीति के तहत कर्मचारी पूरी नौकरी अवधि में दो बार संघ का सदस्य बन सकेंगे। चुनाव में अधिकारी से अनुमति प्राप्त करके फिर निगरानी के क्लियर होगा, तभी यूनियन को आप चला सकेंगे। सचिव ने कहा कि इस तरह की तानाशाही नीति से यूनियन कमजोर होगा। संघ के अध्यक्ष शिवशंकर ने कहा कि केंद्र सरकार को इस नीति को वापस लेना होगा। कहा कि वर्ष 1968 में जब पूरे देश में यूनियन ने 19 दिन का हड़ताल किया था, तब 17 कामरेड शहीद हुए थे। 40,000 कामरेड को निलंबित किया गया था। 64,000 को टर्मिनेट नोटिस जारी किया गया था तब भी यूनियन पूरी तरह से एकजुट थी। सरकार ने अपनी नीति को वापस लिया था। कहा कि अगर सरकार इस नीति को वापस नहीं लेगी तो पूरे देश में इसके खिलाफ अभियान चलाया जाएगा। हड़ताल किया जाएगा। प्रदर्शन में वरीय पोस्टमास्टर अजय कुमार, लखन प्रसाद, पारसनाथ अचल, बिद्रेश्वर यादव,सतीश कुमार,बिभा सिंह, रंधीर सिंह, राजवीर, रंजन कुमार सिंह, अविनाश केसरी, मनीष कुमार, अनिता तिवारी समेत अन्य डाक कर्मचारी शामिल रहे।

chat bot
आपका साथी