सीआरपीएफ के सामने से फायरिग कर भाग गए नक्सली

जिस नक्सलियों की टोह में जिला पुलिस के साथ सीआरपीएफ व एसटीएफ के चीता जवान जंगल और पहाड़ों पर सर्च आपरेशन चलाते हैं छापेमारी करते हैं एंबुस लगाते हैं। वहीं नक्सली गुरुवार रात्रि जवानों के सामने से फायरिग करते हुए भाग निकले।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 20 Jul 2019 10:49 PM (IST) Updated:Sun, 21 Jul 2019 06:28 AM (IST)
सीआरपीएफ के सामने से फायरिग कर भाग गए नक्सली
सीआरपीएफ के सामने से फायरिग कर भाग गए नक्सली

जिस नक्सलियों की टोह में जिला पुलिस के साथ सीआरपीएफ व एसटीएफ के चीता जवान जंगल और पहाड़ों पर सर्च आपरेशन चलाते हैं, छापेमारी करते हैं, एंबुस लगाते हैं। वहीं, नक्सली गुरुवार रात्रि जवानों के सामने से फायरिग करते हुए भाग निकले। नक्सलियों का वर्दीधारी हथियाबंद दस्ता अंबा थाना के संडा के पास बटाने नदी पर निर्माणाधीन पुल को उड़ाने पहुंची थी। नक्सलियों के द्वारा पुल उड़ाने की सूचना और आने के पहले से ही जवान पुल के आसपास एंबुस लगा बैठे थे। रणनीति बनाई गई थी कि जैसे ही नक्सली पुल के पास पहुंचेगे उन्हें मार गिराना है। नक्सली अपनी योजना के तहत गुरुवार रात्रि करीब 11:30 बजे बाइक से पुल उड़ाने बाइक से पहुंचे की एंबुस लगाए जवानों से मुठभेड़ हो गई। करीब दो घंटे तक दोनों के बीच गोलीबारी हुई। पुलिस और नक्सलियों के बीच जहां फायरिग हुई वह इलाका जंगल और पहाड़ से दूर है। नक्सलियों को मात देने के लिए जवानों के लिए यह इलाका काफी सुरक्षित था पर दो घंटे तक चली गोलीबारी में एक भी नक्सली नहीं मारे गए। नक्सली फायरिग करते हुए अपनी तीन बाइक को छोड़कर फरार हो गए। नक्सलियों से मुठभेड़ में जवान वकील कुमार का इंसास रायफल का मैगजीन, प्रदीप पासवान का इंसास का कॉकिग हैंडल एवं चीता जवान राजेश कुमार भारती का एके-47 का बट क्षतिग्रस्त हो गया है। नक्सलियों से मुठभेड़ के दौरान जवानों की तरफ से 210 राउंड फायरिग की गई। हालांकि एसपी दीपक वर्णवाल यह मानते हैं कि नक्सलियों का किस्मत ठीक था कि वे मारे नहीं गए। पुलिस की जो तैयारी व योजना थी उसके तहत कई नक्सली मारे जाते। एसपी बताते हैं कि मुठभेड़ में कुछ नक्सली घायल हुए हैं।

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