नक्सलियों के लगाए तीन आइइडी को सीआरपीएफ ने किया डिफ्यूज

औरंगाबाद। औरंगाबाद-गया जिले के सीमा पर स्थित बंदर झूला एवं करीबा डोभा जंगल में भाकपा माओवादी नक्स

By JagranEdited By: Publish:Fri, 15 Feb 2019 05:25 PM (IST) Updated:Fri, 15 Feb 2019 05:25 PM (IST)
नक्सलियों के लगाए तीन आइइडी को सीआरपीएफ ने किया डिफ्यूज
नक्सलियों के लगाए तीन आइइडी को सीआरपीएफ ने किया डिफ्यूज

औरंगाबाद। औरंगाबाद-गया जिले के सीमा पर स्थित बंदर झूला एवं करीबा डोभा जंगल में भाकपा माओवादी नक्सलियों के द्वारा लगाया गया तीन आइइडी को सीआरपीएफ के बम निरोधक दस्ता ने डिफ्यूज किया है। नक्सलियों के द्वारा जंगल में और आइइडी अथवा प्रेशर बम लगाए जाने की सूचना सीआरपीएफ को मिली है। हालांकि डिफ्यूज के अलावा लगाए गए अन्य बम का पता जवानों को नहीं चल सका है। बम निरोधक दस्ता के द्वारा बम खोजने का प्रयास किया गया पर मिला नहीं है। नक्सलियों के द्वारा जंगल में लगाए गए प्रेशर बम विस्फोट में सीआरपीएफ के एसआइ रोशन कुमार के शहीद होने एवं एक अन्य जवान के घायल होने की घटना के बाद लंगुराही, पचरुखिया, सोनदाहा, डूमरी नाला के अलावा अन्य जंगलों में नक्सलियों के खिलाफ सर्च आपरेशन चलाया गया। सर्च ऑपरेशन में जिला अभियान दल के साथ सीआरपीएफ, कोबरा एवं एसटीएफ के जवान शामिल रहे। सर्च ऑपरेशन के दौरान जवानों ने जंगली रास्ते में लगाए गए पांच बम में चार आइइडी बम को बरामद किया गया। जंगल में ही डिफ्यूज किया गया। पांचवे प्रेशर बम की जद में आने से कोबरा के एसआइ एवं जवान चपेट में आ गए। घटना के बाद औरंगाबाद एवं गया पुलिस के द्वारा जंगल में संयुक्त चलाए गए सर्च ऑपरेशन में कोई सफलता नहीं मिली है नक्सली अपनी योजना में सफल रहे और भागने में सफल रहे। सीआरपीएफ के जवानों के अनुसार घने जंगल में कई पहाड़ हैं जो काफी ऊंचाई के हैं जिसका फायदा नक्सलियों को मिल जाता है और मुठभेड़ का भागने में सफल होते हैं। आइजी अभियान सुशील एम खोपड़े ने बताया कि जंगल में नक्सलियों के द्वारा लगाए गए चार बम को जंगल में ही डिफ्यूज कर दिया गया। नक्सलियों के खिलाफ आगे भी सर्च ऑपरेशन जारी रहेगा।

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