सीमा पर स्थित गांवों में नहीं पहुंचा विकास

औरंगाबाद। प्रखंड के झारखंड पर बसे गांव विकास से दूर हैं। महाराजगंज, बेलदास समेत अन्य गांव सड़क, बिजल

By JagranEdited By: Publish:Sun, 15 Apr 2018 06:28 PM (IST) Updated:Sun, 15 Apr 2018 06:28 PM (IST)
सीमा पर स्थित गांवों में नहीं पहुंचा विकास
सीमा पर स्थित गांवों में नहीं पहुंचा विकास

औरंगाबाद। प्रखंड के झारखंड पर बसे गांव विकास से दूर हैं। महाराजगंज, बेलदास समेत अन्य गांव सड़क, बिजली व अन्य सुविधाओं के लिए तरस रहा है। महाराजगंज टंडवा पथ कई वर्षों से जर्जर है। बेलदास गांव के पास बतरे नदी पर बना छलका ध्वस्त हो गया है। बरसात में कई गांवों का आवागमन बंद हो जाता है। महाराजगंज टंडवा पथ इलाके का महत्वपूर्ण पथ है। उक्त पथ से झारखंड के जपला, हरिहरगंज, छतरपुर बाजार से सीधा संपर्क होता है। झारखंड के कुल्हइया, कोठिला, जिले के मनोहरी, पिछुलिया, मुरौली, बंदुआ, मनोहरी, कालापहाड़ समेत अन्य गांव के ग्रामीणों का आवागमन इसी सड़क से होता है। बार्डर पर के नागरिकों का यह लाइफ लाइन माना जाता है। पिपरा से मुरौली तक सड़क बना दी जाए तो यह दो राज्यों के नागरिक के लिए सुलभ मार्ग बन जाएगा। नक्सल आपरेशन में पुलिस इस पथ का सहारा लेते हैं। सड़क खराब होने से परेशानी होती है। स्कूली बच्चों से लेकर गर्भवती महिलाओं को अस्पताल ले जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। पीडब्लूडी के सहायक अभियंता भरत भूषण बताते हैं चतरा मोड़ से नवीनगर होते हुए रामनगर कालापहाड़ से महाराजगंज तक सड़क बनाया जाना है। बतरे नदी पर छलका के स्थान पर पुल डीपीआर तैयार कर भेजा गया है। सहायक अभियंता ने बताया है कि चतरा मोड़ से सड़क बनाए जाने की स्वीकृति मिल चुकी है। सड़क पांच मीटर चौड़ा एवं 50 किलोमीटर लंबी बनेगी। बरसात पूर्व कार्य आरंभ होगी।

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