ग्रामदेवी प्राण प्रतिष्ठा यज्ञ को ले झडारोहण

संवाद सहयोगी, दाउदनगर (औरंगाबाद) : गोह प्रखंड के पीपराही गांव में देवी स्थापना प्राण प्रतिष्ठा चंडी

By Edited By: Publish:Wed, 01 Apr 2015 06:28 PM (IST) Updated:Wed, 01 Apr 2015 06:28 PM (IST)
ग्रामदेवी प्राण प्रतिष्ठा यज्ञ को ले झडारोहण

संवाद सहयोगी, दाउदनगर (औरंगाबाद) : गोह प्रखंड के पीपराही गांव में देवी स्थापना प्राण प्रतिष्ठा चंडी महायज्ञ के लिए मंगलवार को ध्वजारोहण किया गया। यह धार्मिक कार्य पंडित लालमोहन शास्त्री के नेतृत्व में किया जाना है। 26 को जलयात्रा से लेकर 30 अप्रैल प्राण प्रतिष्ठा तक यज्ञ चलेगा। इस अवसर पर उन्होंने गाव में स्थापित सप्त माताओं, भैरव भैया और पीर सुलतान का महत्व बताया। प्राय: गावों में इन्हें ही सतबहिनी कहा जाता है। बताया कि ब्रह्माणी, माहेश्वरी, वैष्णवी, कौमारी, इंद्राणी, बाराही एवं चामुंडा सात माताओं का पिंड होता है। इनके साथ भैरव का भी पिंड होता है। ऐसी सनातन परंपरा है। द्वार पर योगिनी की पूजा होती है। मंदिर से बाहर उत्तर या पश्चिम दिशा में पीर सुलतान का स्थान रखा जाता है। पिंड के रूप में केवल मस्तक की पूजा की जाती है। पौराणिक चर्चा है कि जब जमद्गि्न ऋषि अपना पुत्र परशुराम को अपनी पत्‍‌नी रेणुका की हत्या करने की आज्ञा दिया था। इसका उन्होंने पालन कर अपनी मा का सिर धड़ से अलग कर दिया। इसके बाद वर मागने को कहा गया तो उन्होंने मागा कि मेरी माता जीवित हो जाएं और उन्हें मेरी इस कुकृत्य का स्मरण न हो। तथास्तु कहा। इसके बाद वे अपनी माता के पास गये। तो माता बोली कि अब मैं इसी रुप में पूजा ग्रहण करुंगी। किसी भी जगह पिंड बनाकर पूजा करने पर अन्न, धन, जन प्रदान करुंगी। श्री शास्त्री ने बताया कि इस यज्ञ में स्वामी उपेंद्रचार्य संगीतमय प्रवचन देंगे। मथुरा वृंदावन से रासलीला मंडली आएगी।

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