मुख्य एवं उपमुख्य पार्षद पर प्राथमिकी

By Edited By: Publish:Thu, 21 Aug 2014 05:22 PM (IST) Updated:Thu, 21 Aug 2014 05:22 PM (IST)
मुख्य एवं उपमुख्य पार्षद पर प्राथमिकी

रफीगंज (औरंगाबाद) : नगर पंचायत रफीगंज की राजनीति गरमा गई है। चार वार्ड पार्षद के इस्तीफा मामले में गुरुवार को वार्ड नंबर 11 के पार्षद दिलीप कुमार, पार्षद आलमगीर, मुन्नी देवी एवं मैनेजर प्रसाद ने मुख्य पार्षद मिरीख दरखशा, उनके पति डा. गुलाम शाहिद एवं उपमुख्य पार्षद हरेंद्र कुमार के खिलाफ रफीगंज थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है। सभी पर जाली इस्तीफा तैयार कर सदस्यता समाप्त करने की साजिश का आरोप लगाया है। दिलीप ने अपने बयान में कहा है कि नपं के 16 में से 10 पार्षदों ने मुख्य एवं उपमुख्य पार्षद के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव लाया था। अविश्वास प्रस्ताव को लेकर राजनीति चल रही है जिस कारण उक्त लोगों ने कुर्सी बचाने के लिए चार पार्षदों का फर्जी इस्तीफा भेज दाव खेला है। अविश्वास प्रस्ताव पर वार्ड पार्षद दिलीप कुमार, मुनि देवी, मो. आलमगीर, मैनेजर प्रसाद, मो. मुमताज, अनिल कुमार, राजदा खातून, अंछी देवी, वीणा देवी, राबिया खातून का हस्ताक्षर है। 19 अगस्त को कार्यपालक पदाधिकारी से मिलने गए तो उन्होंने बताया कि दिलीप कुमार, मुन्नी देवी, मो. आलमगीर एवं मैनेजर प्रसाद ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है और इसकी कापी अध्यक्ष को दिया है। अध्यक्ष ने इस्तीफा मंजूर कर लिया है। पार्षदों ने कह कि हमने त्याग पत्र नहीं दिया है। अध्यक्ष मिरीख दरखशा, उनके पति गुलाम शाहिद एवं उपाध्यक्ष हरेंद्र कुमार साजिश किया है। अध्यक्ष के पति एवं उपाध्यक्ष ने फोन पर धमकी भी दिया और कहा कि मैं तुम्हारा जाली त्याग पत्र दिया हूं, अगर मेरी कुर्सी गई तो मैं तुमको जान मार देंगे। मुख्य पार्षद ने कहा कि पहले पार्षदों ने इस्तीफा दिया और अब दबाव में गलत आरोप लगा रहे हैं। कहा कि पार्षदों ने स्वयं अपना इस्तीफा हमें दिया है। पार्षदों के आरोप को राजनीति से प्रेरित बताया। जांच में सच्चाई सामने आ जाएगा। उपमुख्य पार्षद हरेंद्र कुमार ने कहा कि वार्ड पार्षदों ने स्वयं हस्ताक्षर कर इस्तीफा दिया है। अब मामला का न्यायालय का बनता है। थानाध्यक्ष श्यामकिशोर सिंह ने बताया कि पीड़ित वार्ड पार्षदों के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। मामले की तहकीकात की जा रही है।

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