बीमार सेराजुद्दीन को देख भावुक हो रहे लोग

अरवल। एंबुलेंस के दुर्घटना ग्रस्त हो जाने से काल कल्पित हुए सोहेल के पिता सेराजुद्दीन लंबे समय से बिछावन पर है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Feb 2019 12:13 AM (IST) Updated:Thu, 21 Feb 2019 12:13 AM (IST)
बीमार सेराजुद्दीन को देख भावुक हो रहे लोग
बीमार सेराजुद्दीन को देख भावुक हो रहे लोग

अरवल। एंबुलेंस के दुर्घटना ग्रस्त हो जाने से काल कल्पित हुए सोहेल के पिता सेराजुद्दीन लंबे समय से बिछावन पर है। उसे तकरीबन एक माह पहले ही पछियाघात की बीमारी ने इस कदर जकड़ा कि वह चल फिर नहीं सकता है। ऐसे में उसे अपने बेटे पर ही भरोसा था। शरीर के कमजोर हो जाने के बावजूद भी उसे इस बात की तसली रहती थी कि उसका भरा पूरा परिवार है जो मदद करेगा। लेकिन कुदरत का कहर ने उसके कमाउ बड़े बेटे सोहेल को ही सदा-सदा के लिए छिन लिया। सोहेल की ही कमाई से पूरा घर चलता था। वह दिल्ली में रहकर सिलाई का काम करता था। उसपर अपने बच्चों के पालन पोषण के साथ-साथ भाईयों की भी परवरिश की जिम्मेदारी थी। उसकी कमाई से ही बीमार पिता का इलाज भी होता था। इस हृदयविदायक घटना ने सेराजु़द्?दीन के बेटे तथा एक पोते को तो छिना ही उसके बहू तथा दूसरा पोता भी जीवन-मौत से जूझ रहा है। घटना की जानकारी मिलते ही यहां आने वाले लोगों को वह बेबस निगाहों से देख रहा है। हर किसी से वह यही सुनना चाहता है कि कोई तो कह दे उसका बेटा तथा पोता सलामत है। यहां आने वाले लोगों को यह समझ में नहीं आ रहा है कि आखिर उसे सांत्वना दें तो कैसे। बुढ़ी मां सजदा खातुन बार-बार यही रट लगा रही है कि अब इस बीमार का इलाज कौन कराएगा। छोटे भाईयों की हालत भी ठीक नहीं है। ऐसी अनहोनी हुई कि उनलोगों के भविष्य भी अंधकारमय हो गया। गरीबी में जीवन यापन करने के बावजूद भी पूरा परिवार प्रेम के साथ मेल मिलाप से रहता था।

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