सिद्धांत के साथ समझौता करते तो बन जाते मुख्यमंत्री-तेजस्वी

अरवल। प्रखंड मुख्यालय में शुक्रवार को पूर्व मंत्री व समाजवादी नेता मुंद्रिका ¨सह यादव की प्रतिमा का अनावरण किए जाने के उपरांत आयोजित सभा को संबोधित करते हुए पूर्व उपमुख्यमंत्री व विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा कि जिस तरह मेरे पिता लालू प्रसाद ने कभी सिद्धांतों के साथ समझौता नहीं किया उसी प्रकार मैंने भी अपने स्वाभिमान की रक्षा की है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 27 Oct 2018 12:19 AM (IST) Updated:Sat, 27 Oct 2018 12:19 AM (IST)
सिद्धांत के साथ समझौता करते तो बन जाते मुख्यमंत्री-तेजस्वी
सिद्धांत के साथ समझौता करते तो बन जाते मुख्यमंत्री-तेजस्वी

अरवल। प्रखंड मुख्यालय में शुक्रवार को पूर्व मंत्री व समाजवादी नेता मुंद्रिका ¨सह यादव की प्रतिमा का अनावरण किए जाने के उपरांत आयोजित सभा को संबोधित करते हुए पूर्व उपमुख्यमंत्री व विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा कि जिस तरह मेरे पिता लालू प्रसाद ने कभी सिद्धांतों के साथ समझौता नहीं किया उसी प्रकार मैंने भी अपने स्वाभिमान की रक्षा की है। यदि मैं सिद्धांतों के साथ समझौता किया होता तो भाजपा के साथ मिलकर मुख्यमंत्री बन जाता। न्याया यात्रा पर निकले तेजस्वी ने कहा कि आज संविधान खतरे में पड़ गया है। बाबा साहब भीम राव अम्बेदकर ने जो संविधान बनाया उसे समाप्त करने की कोशिश हो रही है। तेजस्वी ने कहा कि संविधान समाप्त किए जाने के उद्देश्य से ही हमारे नेता लालू प्रसाद को जेल भेजवाया गया। उन्होंने कहा कि न तो लालू प्रसाद कभी डरे और नहीं मैं डरने वाला हूं। उन्होंने उपस्थित भीड़ के समक्ष कहा कि आप जानते हैं कि लालू प्रसाद और उनके परिवार के लोगों को जिस तरह से परेशान किया जा रहा है। हमारा कोई भी ऐसा परिवार नहीं है जिसपर मुकदमा नहीं हुआ। हम सभी भाईयों और सभी सात बहनों पर तो मुकदमा हुआ हीं। बहनों के सास, ससुर पर भी मुकदमा हुआ।इतना तक कि नाना-नानी द्वारा दी गई संपति को भी बेनामी घोषित किया गया। उन्होंने कहा कि जेल जाते-जाते मेरे पिता ने कहा था कि जब भी संकट आए तो तुम घबराना नहीं। तुम सीधे जनता के अदालत में जाना। वही सबसे बड़ी अदालत है। यह ऐसा अदालत होता है जहां न तो सुनवाई होती है और नहीं मुकदमे की तारीख पड़ती है। सीधे फैसला हो जाता है। मैं आपके अदालत में आया हूं। फैसला आप पर है। आप संविधान की रक्षा करने वाले के साथ रहेंगे कि उसे विखंडित करने वालों के साथ। मुख्यमंत्री

नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए तेजस्वी ने कहा कि वे कभी कुर्सी से अलग होना नहीं चाहते। इसके लिए वे किसी के साथ भी समझौता कर लेते हैं। जब वे भाजपा को छोड़कर हमारे साथ आए थे तो कहा था कि मिट्टी में मिल जाउंगा लेकिन भाजपा के साथ नहीं जाउंगा। वे भाजपा के साथ तो गए लेकिन मिट्टी में नहीं मिले। उन्होंने उपस्थित भीड़ को याद दिलाया कि आप 90 के दशक के पहले की याद करें। जिस समय गरीबों को खाट पर नहीं बैठने दिया जाता था।लालू प्रसाद ने राज्य के तमाम गरीबों को सम्मान दिलाया। उन्होंने कहा कि आज फिर गरीबों का अस्तित्व संकट में पड़ता जा रहा है। फिर से लालू प्रसाद का राज स्थापित करें। उन्होंने कहा कि आज सत्य बोलने वालों को सजा दी जा रही है। जो लोग सच बोल रहे हैं उन्हें जेल भेजा जा रहा है। उन्होंने कहा कि अमर शहीद जगदेव बाबू की नीतियों से प्रेरणा लें और लड़ाई के लिए तैयार रहें। उन्होंने बड़े ही मार्मिक अंदाज में कहा कि लालू प्रसाद जेल में बंद है। उन्हें अनेकों प्रकार की बीमारी हो गई है। उन्हें सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ने के कारण ही जेल भेजा गया है। तेजस्वी ने कहा कि सिर्फ लालू जेल में नहीं है बल्कि गरीबों की विचारधारा को कैद किया गया है। हमारे पिता शेर हैं। वे गिदड़ भभकी से डरने वाले नहीं हैं। आज हम अपने मालिक के समक्ष आए हैं। जनता की अदालत के सामने पेश हुए हैं। आपको मैं विश्वास दिलाता हूं कि मैं सामाजिक न्याय के साथ समझौता नहीं करने वाला हूं। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे की अध्यक्षता में आयोजित सभा को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डा. रघुवंश प्रसाद ¨सह, तनवीर हसन,प्रधान महासचिव आलोक मेहता,पूर्व मंत्री शिवचंद्र राम, डॉ सुरेंद्र प्रसाद यादव,विधायक र¨वद्र ¨सह,सुबेदार दास,कुमार कृष्ण मोहन उर्फ सुदय यादव,रेखा पासवान,शक्ति यादव,उर्मिला ठाकुर,जिप अध्यक्ष आभा रानी,संगीता ¨सह,रामेश्वर प्रसाद उर्फ पहलवान जी आदि लोगों ने भी अपना विचार व्यक्त किया।

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