नूना नदी ऊफनाई, कई इलाकों में फैला पानी

अररिया। नेपाल में मंगलवार की रात हुई तेज बारिश के कारण प्रखंड क्षेत्र के पूर्वी भाग में बहने वाली नदी नूना में बुधवार को अचानक पानी आ जाने के कारण इसकी नई धारा एक बार फिर उफना गई है। बढ़े जल स्तर के कारण कई इलाके में पानी फैल गया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 10 Jun 2021 12:13 AM (IST) Updated:Thu, 10 Jun 2021 12:13 AM (IST)
नूना नदी ऊफनाई, कई इलाकों में फैला पानी
नूना नदी ऊफनाई, कई इलाकों में फैला पानी

नूना नदी ऊफनाई, कई इलाकों में फैला पानी

अररिया। नेपाल में मंगलवार की रात हुई तेज बारिश के कारण प्रखंड क्षेत्र के पूर्वी भाग में बहने वाली नदी नूना में बुधवार को अचानक पानी आ जाने के कारण इसकी नई धारा एक बार फिर उफना गई है। बढ़े जल स्तर के कारण कई इलाके में पानी फैल गया है। सिकटी विलायती बाड़ी पथ पर दहगामा ईदगाह टोले के निकट नए धारा में तेज बहाव के साथ पानी बहने से आवागमन बंद हो गया। वहीं धारा सालगोड़ी के पश्चिम से कब्रिस्तान होकर बहती हुई सड़क एवं सालगोड़ी कचना सड़क के ऊपर से बह रहा है। पानी सालगोड़ी,कचना एवं अंसारी टोले के निचले भाग में बसे लोगो के घर आंगन में भी फैल गया है। जिससे कई गांव व टोले में नूना नदी का पानी भर गया है, जिससे लोगों के समक्ष एक नई समस्या खड़ी हो गयी है। विगत वर्ष नूना में आई बाढ़ के कारण काफी तबाही व बर्बादी हुई थी। जब नदी की धारा जो दहगामा इदगाह टोला के निकट नूना नई धारा में मुड़ गई तो दर्जनों घरों के साथ प्राथमिक विद्यालय दहगामा ईदगाह टोला भी नदी के कटाव के जद में आ गई थी। एक बार फिर बाढ़ की त्रासदी की तस्वीर सामने आ गई है। नूना की इस नई धारा में पानी के बहाव के कारण सालगोड़ी, कचना,अंसारी टोला,औलाबाड़ी सहित एक दर्जन गांव व टोले में पानी घुस रहा है। जब जब नेपाल में बारिश होती है नूना नदी का पानी बाहर निकलकर आबादी एवं फसल को नुकसान पहुंचा रही है। दहगामा के माजुद्दीन, मुखिया प्रतिनिधि बालिस्टर, जाहिद सालगोड़ी के पूर्व समिति जैनुद्दीन, डा कलीम, मुश्ताक कचना के पूर्व उपप्रमुख कृष्णा सिंह, शिक्षक रागीव अनवर,सोयेब, इल्ताफ आदि का कहना है कि जब नदी की धारा गत साल ही बदली तो आज तक उसे वापस नदी की पुरानी धारा में लाने का कोई प्रयास क्यों नही किया गया। अब तो ये यहां के लोगों की नियत बन चुकी है। इस धारा के किनारे के गांव की ओर आबादी और फसल दोनों ही प्रभावित हो रही है। जरा सा पानी बढ़ने से बाढ़ जैसे हालात हो जाते है। अभी ये हाल है तो आगे कैसा होगा ये सोचकर ही भयभीत हो जाते हैं।

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