चिकनी गांव में पसरा मातमी सन्नाटा

अररिया। प्रखंड क्षेत्र की पंचायत जागीर परासी चिकनी वार्ड संख्या 12 में केदारनाथ ¨सह के घर उस समय मात

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Jun 2018 11:26 PM (IST) Updated:Tue, 19 Jun 2018 11:26 PM (IST)
चिकनी गांव में पसरा मातमी सन्नाटा
चिकनी गांव में पसरा मातमी सन्नाटा

अररिया। प्रखंड क्षेत्र की पंचायत जागीर परासी चिकनी वार्ड संख्या 12 में केदारनाथ ¨सह के घर उस समय मातमी सन्नाटा पसर गया। जब मंगलवार की सुबह 6:30 बजे निकली बारात गाड़ी स्कॉर्पियो बीआर 11एच- 9941 कुर्साकांटा अररिया मार्ग पर अनियंत्रित होकर गड्ढे में जा गिरी। स्कॉर्पियों में सवार बाराती में शामिल छह बच्चे की मौत सदर अस्पताल अररिया इलाज के लिए ले जाने के क्रम में हो गयी। सूचना मिलते ही वधु के घर चिकनी में मातमी सन्नाटा पसर गया। जहां कुछ देर पूर्व शहनाई की गूंज सुनाई दे रहा था। वहां परिजनों का रुदन क्रंदन शुरू हो गया। सूचना मिलते ही लड़की के पिता केदारनाथ ¨सह व परिजन घटना स्थल की ओर रवाना हो गये। परिजनों से मिली जानकारी अनुसार रानीगंज बौंसी बसेटी थाना क्षेत्र के डोरियारे वार्ड संख्या सात निवासी चांदो ¨सह के पुत्र नीरज कुमार ¨सह बारात लेकर सोमवार की रात विवाह स्थल चिकनी पहुंचा। इधर विवाह संपन्न होते सुबह हो गया। बारातियों को नाश्ता चाय करने के बाद जाने के लिये कहा गया। लेकिन बाराती यह कहकर रवाना हो गये कि उतनी देर में हम लोग घर पहुंच जाएंगे। परिजनों ने बताया कि विदाई भी नही हुई है। पूछने पर दूल्हा नीरज कुमार ¨सह ने बताया कि दुर्घटना में शामिल छोटी लड़की मेरी बहन है। यह बताते ही दूल्हा व दुल्हन रीना कुमारी फूटफूटकर रोने लगे। परिजनों द्वारा काफी समझाने बुझाने पर स्थिति सामान्य हो सकी। इधर लड़की की मां हर आने जाने वालों से बस एक ही सवाल पूछती रही कि आखिर कौन सा गुनाह की सजा भगवान ने दिया और बिलख बिलख कर रोने लगी। परिजनों में मां गीता देवी, नाना बुलाकी ¨सह, मामा अमर ¨सह, भाई मुकेश कुमार ¨सह, विकास ¨सह, दादा जगदीश ¨सह व सीताराम ¨सह ग्रामीण किशनलाल मुखिया व संजय ¨सह शोकाकुल परिवार को ढाढ़स बंधाते दिखे। हृदयविदारक इस घटना को लेकर सिकटी विधायक विजय कुमार मंडल ने शोक व्यक्त करते हुये कहा कि इस दुख की घड़ी में धैर्य से काम लें । उन्होंने सड़क दुर्घटना में किलकारी मारने वाले छह मासूमों की हृदयविदारक मौत को लेकर गमगीन दिखे । उन्होंने बताया कि चालक की छोटी गलती के कारण छह बच्चे असमय काल के गाल में समा गये। मंडल ने परिजनों को इस दु:ख की घड़ी में धैर्य रखने की सलाह दी ।

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