इलेक्ट्रिक हाइवे और इलेक्ट्रिक कॉरिडॉर में क्या है अंतर? जानें बिना बैटरी कैसे चलेगी आपकी EV

इलेक्ट्रिक हाइवे पूरी तरह से ईको फ्रेंडली साबित होगा क्योंकि इलेक्ट्रिक गाड़ियां डीजल-पेट्रोल से चलने वाली गाड़ियों की तुलना में पर्यावरण के लिए कम हानिकारक होती हैं। इसलिए भारत जैसी अधिक आबादी वाले देश को इसका काफी लाभ होगा।

By Atul YadavEdited By: Publish:Thu, 28 Jul 2022 02:28 PM (IST) Updated:Thu, 28 Jul 2022 02:28 PM (IST)
इलेक्ट्रिक हाइवे और इलेक्ट्रिक कॉरिडॉर में क्या है अंतर? जानें बिना बैटरी कैसे चलेगी आपकी EV
इलेक्ट्रिक हाइवे और इलेक्ट्रिक कॉरिडॉर के बीच अंतर

नई दिल्ली, अतुल यादव। हाल ही में परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने एक नई घोषणा की थी कि सरकार दिल्ली से मुंबई के बीच एक इलेक्ट्रिक हाइवे (E-Highway) बनाने की योजना पर विचार कर रही है, जिसके बाद से इलेक्ट्रिक हाइवे को लेकर लोगों के बीच कन्फ्यूजन है। कई लोग इलेक्ट्रिक कॉरिडॉर को इलेक्ट्रिक हाइवे समझ रहे हैं। नेशनल हाइवे फॉर इलेक्ट्रिक व्हीकल के प्रोजेक्ट डॉयरेक्टर अभिजीत सिन्हा ने इन दोनों के बीच अंतर को लेकर जागरण से बातचीत की।

इलेक्ट्रिक कॉरिडॉर

अभिजीत सिन्हा के अनुसार, जब हाइवे पर लगातार बिजली से कोई भी गाड़ी चलती है तो उसे इलेक्ट्रिक कॉरिडॉर कहते हैं। मतलब ये है कि कन्वेक्शन लाइन या फिर ओवरहेड वायर से चार्ज होकर जो गाड़ी हाइवे पर चलती है उसे इलेक्ट्रिक कॉरिडॉर कहते है। कन्वेक्शन लाइन में गाड़ी को बिजली सड़क के नीचे से बिछायी गई तारों से मिलती है, जबकि पैंटोग्राफ वायर सड़क के ऊपर लगे होते हैं, जिससे वाहन की बैटरी चार्ज होती रहती है। इन तारों में लगातार ऊर्जा सप्लाई किया जाता है, जिससे बैटरी चार्ज होती है।

इलेक्ट्रिक हाइवे

इलेक्ट्रिक हाइवे पर हर प्रकार की इलेक्ट्रिक व्हीकल चल सकती है, इस हाइवे पर इलेक्ट्रिक व्हीकल को इस्तेमाल करने वाले ग्राहकों को कई सुविधा मिलती है, जिसमें पेट्रोल पंप के तर्ज पर ईवी चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर, लागू होने के बाद बैटरी स्वाइपिंग मशीन आदि सुविधाएं शामिल हैं।

इलेक्ट्रिक हाइवे और इलेक्ट्रिक कॉरिडॉर के बीच अंतर

दोनों हाइवे के बीच के अंतर की बात करें तो इलेक्ट्रिक कॉरिडॉर में हम बैटरी के ऊपर कम निर्भर रहते हैं, जबकि इलेक्ट्रिक हाइवे पर हमारी निर्भरता केवल लीथियम आयन बैटरी पर होगी।

पर्यावरण के लिए जरूरी ई-हाइवे

अभिजीत सिन्हा का मानना है कि इलेक्ट्रिक हाइवे पूरी तरह से ईको फ्रेंडली साबित होगा, क्योंकि इलेक्ट्रिक गाड़ियां डीजल-पेट्रोल से चलने वाली गाड़ियों की तुलना में पर्यावरण के लिए कम हानिकारक होती हैं। इसलिए भारत जैसी अधिक आबादी वाले देश को इसका काफी लाभ होगा। 

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