2020 में BSVI आने के बाद नहीं बिकेगी हुंडई ईयॉन
हुंडई साल 2020 में ईयॉन का प्रोडक्शन बंद कर सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि BSVI के अनुरूप करने में कंपनी की जो लागत लगेगी उसे बाजार में जस्टीफाई करना महंगा पड़ सकता है
नई दिल्ली (जेएनएन)। इसी साल अप्रैल महीने से पूरे देश में सरकार ने सभी वाहनों में BSIV उत्सर्जन कार रजिस्ट्रेशन अनिवार्य कर दिया है। छोटे इंजन वाली गाड़ियों की भारतीय बाजार में इस वक्त काफी डिमांड है। हालांकि संभावना यह जताई जा रही है कि जब साल 2020 में BS-VI लागू होगा तो 800CC वाले इंजनों की कीमतें काफी बढ़ सकती हैं। सूत्रों की मानें तो हुंडई साल 2020 में ईयॉन का प्रोडक्शन बंद कर सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि BSVI के अनुरूप करने में कंपनी की जो लागत लगेगी उसे बाजार में जस्टीफाई करना महंगा पड़ सकता है। ऐसे में कंपनी के पास कीमत बढ़ाने के अलावा कोई चारा नहीं बचेगा या फिर ईयॉन का प्रोडक्शन बंद करना होगा।
इसलिए होगा ईयॉन का प्रोडक्शन बंद:
हुंडई की एंट्री लेवल कार ईयॉन में दो इंजन दिए गए हैं। इसमें एक 56hp की पावर वाला 800CC का एप्सिलॉन इंजन। वहीं, दूसरा 69hp की पावर वाला 1 लीटर कापा इंजन दिया गया है। कम कीमत के चलते ईयॉन 800 को ग्राहक ज्यादा खरीदना पसंद करते हैं। लेकिन BSVI एमिशन नॉर्म्स आने के बाद इसकी कीमत बढ़ाई जाएगी। ऐसे में इंडस्ट्री में यह खबरें आ रही हैं कि कंपनी ईयॉन 800 का साल 2020 से प्रोडक्शन बंद कर देगी।
नई सेट्रो करेगी ईयॉन को रिप्लेस:
हुंडई के ग्राहकों के लिए खुशखबरी की बात यह है कि जिस समय ईयॉन को बंद किया जाएगा उसी दौरान सैंट्रो बैज वाली अपनी छोटी कार उतार सकती है। हुंडई के ग्राहकों की सेंट्रो अपने दौर में सबसे चहीती कार रही है और ग्राहकों को अभी भी नई सेंट्रो के आने का बेसब्री से इंतजार है।
इस समय इन गाड़ियों से है ईयॉन का मुकाबला:
हुंडई ने ईयॉन हैचबैक को सबसे पहले साल 2011 में लॉन्च किया था। भारतीय बाजार में इसका मुकाबला मारुति ऑल्टो है। इसके बाद कंपनी ने इसे 1.0 लीटर इंजन के साथ लॉन्च किया। भारतीय बाजार में अब इस कार का मुकाबला ऑल्टो, रेनो क्विड और डेटसन रेडी गो से है।