Car AC Tips: कार में इस तरह काम करता है ऑटोमेटिक क्लाइमेट कंट्रोल एसी, जानिये इसके फायदे और नुकसान

गर्मी के मौसम में कार में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण जो चीज़ होती है वो कार का एसी है। इन दिनों कारों में नार्मल के अलावा ऑटोमेटिक क्लाइमेट कंट्रोल एसी भी देखने को मिलते हैं। आइये आपको बताते हैं ऑटोमेटिक क्लाइमेट कंट्रोल वाला एसी कार में कैसे काम करता है।

By Rishabh ParmarEdited By: Publish:Fri, 26 Mar 2021 01:41 PM (IST) Updated:Fri, 26 Mar 2021 02:01 PM (IST)
Car AC Tips:  कार में इस तरह काम करता है ऑटोमेटिक क्लाइमेट कंट्रोल एसी, जानिये इसके फायदे और नुकसान
कार में इस तरह काम करता है ऑटोमेटिक क्लाइमेट कंट्रोल एसी

नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। गर्मियों का मौसम आ चुका है ऐसे में हर किसी को कार में सफर करते वक्त सबसे पहली चीज़ जिसकी जरूरत होती है उसका एयर कंडीशन। तपती धूम और धूल के थपेड़ों के बीच आप कार के शीशे खोलकर उसे नहीं चला सकते हैं। क्योंकि गर्मियों में चलने वाली हवा जिसे 'लू' भी कहा जाता है आपके शरीर के पानी को सोख लेती है इससे डिहाइड्रेशन, उल्टी कमजोरी जैसी परेशानियां होने की आशंका रहती है। इस लिए लंबा सफर तय करते वक्त कार में AC का होना बेहद आवश्यक है। वहीं आजकल सभी मिड-रेंज की कारों में ऑटोमेटिक क्लाइमेट कंट्रोल के साथ एयर कंडीशन आता है, जो फायदेमंद है। लेकिन बहुत से लोग ये नहीं जानते कि ऑटोमेटिक क्लाइमेट कंट्रोल वाला एसी आपकी कार में वास्तविकता में काम कैसे करता है।

एसी के प्रकार : पहले की बात की जाए तो गाड़ियों में सिर्फ एक ही प्रकार का मैनुअल एसी आता था। लेकिन टेक्नोलॉजी बढ़ने के साथ इसमें कई तरह की फ्कशनैलिटी बढ़ गई है। उदाहरण के तौर पर ऑटोमेटिक क्लाइमेट कंट्रोल वाला एसी, टू ज़ोन, थ्री, ज़ोन और फोर ज़ोन क्लाइमेट कंट्रोल वाला एसी जैसी चीज़ें आपको देखने को मिलेंगी। जिनकी मदद से एक ही कार में बैठे यात्री अपनी सुविधा के अनुसार अलग-अलग तापमान पर एसी की कूलिंग को सेट कर सकता है। डुअल ज़ोन क्लाइमेट कंट्रोल फीचर के साथ आने वाली महिंद्रा एक्सयूवी 300 भारत में एक मात्र कॉम्पैक्ट एसयूवी है बाकी यह फीचर इससे महंगी कारों में देखने को मिलता है।

ऑटोमेटिक क्लाइमेट कंट्रोल एसी : अधिकतर मिड रेंज सेग्मेंट की कारों में यह फीचर देखने को मिल जाता है। लेकिन बहुत से लोग ऑटोमेटिक क्लाइमेट कंट्रोल एसी कार में कैसे काम करता है इस बारे में जानकारी नहीं रखते हैं या लोगों के अंदर इसे लेकर तरह-तरह के भ्रम हैं। दरअसल, यदि आपकी कार में ऑटोमेटिक क्लाइमेट कंट्रोल दिया गया है तो आप अपनी कार में किसी भी तापमान पर अपने एसी को सेट कर के ऑटोमेटिक वाले नोज़ल को दबा दीजिए जिसके बाद एसी अपने आप फैन स्पीड से लेकर केबिन के टेंप्रेचर को ऑटोमेकली तरीके से कंट्रोल कर लेगा। यानी जो आपने तापमान सेट किया है आपकी कार का एसी उसी पर पहुंच जाएगा। इससे होगा ये कि आपको बार-बार एसी के नोब्स को दबाना नहीं पड़ेगा और आप आराम से अपने सेट किये गए टेंप्रेचर पर गाड़ी चलाते रहेंगे। एक्सपर्ट्स की मानें तो ऑटोमेटिक मोड पर एसी को चलाने से कार की फ्यूल एफिशियंसी भी बनी रहती है।

नुकसान: क्लाइमेट कंट्रोल वाले एसी की बात करें तो जो पॉइंट हम आपको बताने जा रहे हैं वो डील ब्रेकर तो नहीं है। लेकिन फिर भी आपको जानकारी होना अनिवार्य है। दरअसल यदि आपकी कार में नार्मल एसी लगा है तो अगर वो खराब हो गया तो ज्यादा से ज्यादा आपको कंप्रेशर पर ही खर्चा करना पड़ेगा। लेकिन अगर कहीं ऑटोमेटिक एसी में कोई खामी आ गई तो आपकी जेब पर अच्छा खासा बोझ आ सकता है क्योंकि यह एक ऑन बोर्ड कंप्यूटर द्वारा संचलित होता है जो ऑटोमेटिकली तरीके से काम करता है और खराब होने पर आपके नार्मल कार के एसी के मुकाबले सही करवाने में अधिक पैसे खर्च करने पड़ सकते हैं।

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