Car Insurance Tips: वाहन का इंश्योरेंस लेते समय ध्यान रखें ये जरूरी बात, वरना सस्ते के चक्कर में हो सकता है भारी नुकसान

थर्ड पार्टी कार इंश्योरेंस किसी तीसरे पक्ष की संपत्ति वाहन या व्यक्ति को होने वाले नुकसान के खिलाफ कवरेज प्रदान करता है। क्योंकि दुर्घटना के परिणाम कई बार काफी बुरे होते हैं। बड़े पैमाने पर चोटों से लेकर विकलांगता और मृत्यु तक देखना पड़ जाता है।

By BhavanaEdited By: Publish:Tue, 17 Nov 2020 02:32 PM (IST) Updated:Wed, 18 Nov 2020 10:00 AM (IST)
Car Insurance Tips: वाहन का इंश्योरेंस लेते समय ध्यान रखें ये जरूरी बात, वरना सस्ते के चक्कर में हो सकता है भारी नुकसान
दुर्घटना की प्रतिकात्मक तस्वीर (फोटो साभार: जागरण फाइल फोटो)

नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। Car Insurance Tips: भारत में वाहन के साथ बीमा लेना अनिवार्य होता है, जो ज्यादा से ज्यादा 1 साल के लिए मान्य होता है। हालांकि पहला बीमा कंपनी करा कर देती है, तो ग्राहक को इतना परेशान होने की जरूरत नहीं पड़ती। लेकिन अगले साल वाहन इंश्योरेंस के लिए मालिक लगातार वेबसाइट पर सस्ता बीमा खोजना शुरू कर देता है। कार बीमा प्रत्येक वर्ष के साथ अधिक महंगा हो रहा है, और किफायती के चक्कर में लोग अपनी गाड़ी की कुल वेल्यू, क्लेम आदि को नजरअंदाज कर देते हैं। आइए हम आपको कुछ ऐसे टिप्स बताते हैं, जो आपकी वाहन इंश्योरेंस से जुड़ी परेशानी का समाधान कर सकते हैं।

वेबसाइट पर करें पूरी जांच: जब आप कार में निवेश करते हैं, तो आप कीमत से लेकर उसके माइलेज और डिजाइन से मिलते जुलते सारे मॉडल्स को चेक करते हैं। ठीक इसी तरह जब आप कार बीमा ऑनलाइन खरीदते हैं तो जल्दी नहीं करनी चाहिए। बीमा योजना चुनने से पहले आपको कुछ मापदंडों पर ध्यान देना चाहिए। उदाहरण के लिए, क्लेम सेटलमेंट रेशो, कीमत जो आपको चुकानी होगी, लाभ की गारंटी आदि। इन सब विषयो पर विचार करके ही इंश्योरेंस को चुनें।

थर्ड पार्टी कवर को भी करें शामिल: थर्ड पार्टी कार इंश्योरेंस किसी तीसरे पक्ष की संपत्ति, वाहन या व्यक्ति को होने वाले नुकसान के खिलाफ कवरेज प्रदान करता है। यह कोई भी व्यक्ति हो सकता है, जो न तो बीमाकर्ता है और न ही बीमाधारक। क्योंकि दुर्घटना के परिणाम कई बार काफी बुरे होते हैं। बड़े पैमाने पर चोटों से लेकर विकलांगता और मृत्यु तक देखना पड़ जाता है। ऐसे में थर्ड पार्टी पॉलिसी होने से ऐसी परिस्थितियों में बहुत फायदा होता है।

सस्ते के चक्कर से बचें: जब आप बीमा पॉलिसी का चयन करते हैं तो स्मार्ट रहें। इंश्योरेंस में उस कवरेज के बारे में स्पष्ट रहें जिसकी आपको वास्तव में आवश्यकता है। इसके अलावा बीमा में दी गई सुविधाओं पर ध्यान दें कि कहीं पॉकेट-फ्रेंडली होने वाली बीमा योजना के लिए कंपनी आपके साथ धोखा ना कर दे। वाहन इंश्योरेंस आपकी आवश्यकताओं की सूची पर खरा उतराना चाहिए। एक व्यापक बीमा कवर में टक्कर और चोरी से लेकर आग और अन्य नुकसान तक सब कवर होता है।

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