सिंगल पेरेेंट्स इन 11 बातों का रखें खास ध्यान, जब करना हो बच्चों के साथ सफर
सिंगल पेरेंट्स के लिए गर्मी की छुट्टियां परेशानी भरी होती हैं। तो अगर आप बच्चों के साथ ट्रिप पर जा रहे हैं तो इन बातों पर ध्यान दें जिससे आपकी यात्रा सुखद और मंगलमय हो।
छुट्टियां एकल अभिभावन को कई बार डरा देती हैं। बच्चों को मौज-मस्ती चाहिए। छुट्टियों का मजा वे अपने ही ढंग से लेना चाहते हैं, जबकि सिंगल पेरेंट की परेशानी यह है कि अकेले उन्हें कैसे संभालें, सफर की तैयारी कैसे करें। हालांकि अब भारत में भी कुछ ट्रैवल एजेंसियों का ध्यान इस ओर गया है, लिहाजा सिंगल पेरेंट्स के लिए कुछ अच्छे ऑप्शन्स के बारे में सोचा जा रहा है।
1. विदेश यात्रा पर जा रही हैं तो पहले अपने और बच्चों के पासपोर्ट अपडेट करा लें। अगर अलग होने या तलाक का मामला कोर्ट में चल रहा है और बच्चा आपकी कस्टडी में है तो उसे देश के बाहर ले जाने से पहले जरूरी कानूनी प्रक्रियाएं पूरी कर लें, जिससे फ्यूचर में कोई परेशानी न हो।
2. सफर में उतना ही सामान साथ रखें जिससे आप आसानी से कैरी कर सकें। ऐसे में बैगपैक या ट्रालीज़ का ऑप्शन बेस्ट होता है। जिससे जरूरत पड़ने पर बच्चे भी उन्हें कैरी कर सकें।
3. बच्चों के साथ कहीं प्लान बन रहा हो तो किसी अनजान या सुनसान जगह पर जाना अवॉयड करें। ऐसे होटल और रिसॉर्ट में रूकें जहां लोग नजर आ रहे हों। ट्रैवल एजेंट के द्वारा बुकिंग करा रहे हों तो उससे इन सारी जरूरी चीज़ों की जानकारी ले लें।
4. ट्रिप के दौरान शॉपिंग करना अवॉयड करें। ऐसा इसलिए क्योंकि टूरिस्ट प्लेस पर मिलने वाली चीज़ें आमतौर पर महंगी होती है। उन्हें खरीदने में पैसे तो ज्यादा खर्च होते ही है साथ ही बैग का वजन भी बढ़ जाता है जिसे कैरी करने में शायद आपको प्रॉब्लम हो सकती है।
5. ट्रैवल से जुड़ी सभी जरूरी डॉक्यूमेंट्स अपने हैंडबेग में कैरी करें, लेकिन ऑरिजिनल डॉक्यूमेंट्स को गाड़ी में ही किसी सुरक्षित जगह रखें।
6. ट्रिप पर बच्चे की नई फोटो जरूर रखें। इसके अलावा उसके पास एक नाम-पता लिखा कार्ड भी रखें।
7. आपको य बच्चे को अगर कोई हेल्थ प्रॉब्लम है तो जरूरी दवाएं या डॉक्टर की पर्ची साथ में जरूर रखें।
8. सफर और उसमें आने वाले पड़ावों के बारे में पूरी जानकारी रखें। किसी करीबी को यह जरूर बताएं कि किस दिन आपको कहां ठहरना है। सेलफोन के अलावा होटल या रिसोर्ट का फोन नंबर भी अपने फ्रेंड्स और करीबियों को दें, जिससे जरूरत पड़ने पर आसानी से कॉन्टेक्ट हो सकें।
9. लंबे सफर में खुद ड्राइव करने से बचें। अगर ऐसा करना ही पड़े तो 15-20 दिन पहले अपनी गाड़ी की सर्विसिंग करा लें और उसमें सभी जरूरत पड़ने वाली चीजें रख लें।
10. बच्चों को सफर पर निकलने से पहले अच्छे से समझाएं कि इमरजेंसी आने पर उसे कैसे हैंडल करना है। इससे सिचुएशन कैसी भी हो उसे संभालना थोड़ा आसान हो जाता है।
11. स्विमिंग पूल, रिवर रॉफ्टिंग, वॉटर गेम्स के दौरान होने वाले जोखिम को भी ध्यान में रखें। दुर्भाग्य से पर्यटन स्थलों में कई बार अपराधी किस्म के लोग एक्टिव रहते हैं इसलिए अंजान लोगों से दूरी बनाएं और बच्चों को भी इस बारे में सर्तक करें।