इंडिया का 19वां टाइगर रिजर्व, जहां मिलेगा वाइल्डलाइफ का बिल्कुल अलग एक्सपीरियंस
महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश के बार्डर पर स्थित पेंच नेशनल पार्क में टाइगर, नील गाय, सांभर, हिरन इन जानवरों के अलावा कई खूबसूरत पक्षी भी देखने को मिलेंगे।
सतपुड़ा पहाड़ी के दक्षिण भाग में स्थित पेंच नेशनल पार्क एंड टाइगर रिजर्व इंडिया के खास वाइल्डलाइफ पार्क में से एक है। मध्यप्रदेश के दक्षिण भाग में ये महाराष्ट्र बॉर्डर से लगा हुआ है। इसी वजह है पूरे साल यहां टूरिस्टों का तांता लगा रहता है। 758 स्क्वेयर किमी में फैले पेंच को नेशनल पार्क का दर्जा 1983 में महाराष्ट्र सरकार द्वारा मिला था। जो अब भारत का 19वां टाइगर रिजर्व पार्क है।
पार्क में ये हैं खास
यहां पेड़-पौधों की लगभग 1200 जातियां पाई जाती हैं। घना जंगल होने की वजह से यह पार्क चीतल, लकड़बग्घा, गिलहरी, सुअर, नील गाय, साही, सियार, काले हिरण, लोमड़ी, सांभर इन जंतुओं के लिए भी उपयुक्त है। जानवरों के अलावा यहां पक्षियों की भी कई वैराइटी जैसे भारतीय पितास, जलपाखी, चितकबरे मालाबार, कबूतर, सारस, मछारंग आदि देखने को मिलते हैं। पार्क में पक्षियों की 164 तो स्तनधारियों की 33, मछलियों की 50 तो रेंगने वाले जीवों की 30 और उभयचर जंतुओं की लगभग 10 प्रजातियां पाई जाती हैं।
पेंच नेशनल पार्क में सफारी
गर्मियों में
सुबह 6.30 बजे से 9.30 बजे तक और शाम 4 बजे से 6.30 बजे तक सफारी का मजा ले सकते हैं।
सर्दियों में
सुबह 7 बजे से 10.30 बजे तक और शाम 3 बजे से 5.30 बजे तक सफारी होती है।
कैसे पहुंचे
हवाई मार्ग- नागपुर का सोनगांव एयरपोर्ट पेंच नेशनल पार्क से 93 किमी की दूरी पर है। लगभग सभी बड़े शहरों से नागपुर के लिए फ्लाइट की सुविधा मिलती है।
रेल मार्ग- सियोनी रेलवे स्टेशन यहां का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन है जो पेंच नेशनल पार्क से महज 30 किमी की दूरी पर है।
सड़क मार्ग- सियोनी बस स्टैंड से लगातार पेंच नेशनल पार्क के लिए बस और जीप चलती रहती हैं। सियोनी मध्यप्रदेश से लेकर महाराष्ट्र हर जगह से जुड़ा हुआ है।