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मुंबई के 10 लैंडमार्क जिनमें छिपा है इतिहास

मुंबई के पुराने लैंडमार्क स‍िर्फ स्‍मारक ही नहीं अपने आप में एक इतिहास भी समेटे हुए हैं। आइए जानते हैं उनकी कहानी...

By Molly SethEdited By: Published: Tue, 03 Oct 2017 04:25 PM (IST)Updated: Tue, 03 Oct 2017 05:25 PM (IST)
मुंबई के 10 लैंडमार्क जिनमें छिपा है इतिहास
मुंबई के 10 लैंडमार्क जिनमें छिपा है इतिहास

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 सिद्धिविनायक मंदिर

सिद्धिविनायक मंदिर श्री गणेश का मंदिर है और ये मुंबई का ही नहीं भारत के भी सबसे धनी मंदिरों में से एक है। इसका ट्रस्‍ट भी मुबई का सबसे धनी मंदिर ट्रस्‍ट है। हालांकि इस मंदिर की न तो महाराष्ट्र के 'अष्टविनायकों ’ में गिनती होती है और न ही 'सिद्ध टेक ’ से इसका कोई संबंध है, फिर भी यहां गणपति पूजा का खास महत्व है। कहते हैं कि इस मंदिर का निर्माण संवत् 1692 में हुआ था, लेकिन सरकारी दस्तावेजों में इसकी निर्माण तिथि 19 नवंबर 1801 दर्ज है। सिद्धि विनायक का पुराना मंदिर बहुत छोटा था। पिछले दो दशकों में इस मंदिर का कई बार पुनर्निर्माण हो चुका है। 

गेटवे ऑफ इंडिया

ये एतिहासिक निर्माण अब मुबई की पहचान बन चुका है। इस शानदार स्थापत्य की ऊंचाई 26 मीटर है। इसका निर्माण राजा जॉर्ज पंचम और रानी मैरी के आगमन 2 दिसंबर, 1911 की याद में हुआ था। इसके वास्तुशिल्पी जॉजॅ विंटैट थे। यह सन् 1924 में बन कर तैयार हुआ। 

छत्रपति शिवाजी टर्मिनस

छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस पहले विक्टोरिया टर्मिनस कहा जाता था। ये अपने शॉर्ट नाम वी.टी., या सी.एस.टी. से भी मशहूर है। यह मुंबई का एक ऐतिहासिक रेलवे स्टेशन है, जो भारत में मध्य रेलवे, का मुख्यालय भी है। इसे आर्कीटेक्‍ट फ्रेडरिक विलियम स्टीवन्स ने लंदन के सेंट पैंक्रास स्टेशन के डिजाइन से इंस्‍पायर हो कर बनाया था। इसे पूरा होने में दस वर्ष लगे और इसे सम्राज्ञी महारानी विक्टोरिया के नाम पर विक्टोरिया टर्मिनस कहा गया। साल 1996 में, शिवसेना की मांग पर, भारतीय नामों से बदलने की नीति के अनुसार, इसका नाम, सत्रहवीं शताब्दी के मराठा शूरवीर शासक छत्रपति शिवाजी के नाम पर छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस बदला गया। 2 जुलाई, 2004 को इस स्टेशन को युनेस्को की विश्व धरोहर समिति द्वारा विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया।

 

राजाबाई क्‍लॉक टावर

मुबई के दक्षिण में मुंबई विश्‍वविद्यालय के फोर्ट कैम्‍पस में स्‍थित है राजाबाई क्‍लॉक टावर। इसकी ऊंचाई 85 मीटर है। इस को अंग्रेज आर्किटेक्‍ट सर जॉर्ज गिल्‍बर्ट स्‍कॉट ने डिजाइन किया था। साल 1869 को शुरू हो कर 1878 में पूरा हुआ था। 

ताजमहल पैलेस

मुंबई के कोलाबा में ताज महल पैलेस होटल एक पांच सितारा होटल है जो कि गेटवे ऑफ़ इंडिया के पास है। ये ‘ताज होटल, रिसॉर्ट्स एंड पैलेस’ की एक प्रमुख संपत्ति है और इसमें 560 कमरे और 44 सुइट्स हैं। ताज महल होटल की इमारत 105 साल पुरानी है। 26 नवम्बर 2008 में मुंबई के सीरियल अटैक के दौरान यह होटल लगभग 60 घंटों तक आतंकवादियों के कब्ज़े में था।

मुंबई हाई कोर्ट

ये भारत की सबसे पुरानी हाई कोर्ट है जिसके ज्‍यूरिडिक्‍शन महाराष्ट्र और गोवा राज्यों के साथ दमन और दीव और दादरा और नगर हवेली के केंद्र शासित प्रदेश भी आते हैं। 

बीएमसी मुंबई

बीमसी यानि बृहन्‍नमुंबई महानगर पालिका जिसे बृहन्‍नमुंबई म्‍यूनिसिपल कॉरपोरेशन भी कहा जाता है। ये भारत की संपन्‍न नगर पालिका है। कहते हैं कि इसका वार्षिक बजट देश के कई छोटे राज्‍यों के बजट के बराबर या उससे ज्‍यादा है। इसकी स्‍थापना बाम्‍बे म्‍यूनिसपल कॉरपोरेशन एक्‍ट 1888 के तहत की गई थी। 

मरीन ड्राइव 

मरीन ड्राइव मुंबई में 1920 में निर्मित हुआ था। यह अरब सागर के किनारे-किनारे, नरीमन प्वाइंट पर सोसाइटी लाइब्रेरी और मुंबई राज्य सेंट्रल लाइब्रेरी से लेकर चौपाटी से होते हुए मालाबार हिल तक के क्षेत्र को कवर करता है। मरीन ड्राइव के शानदार घुमाव पर लगी स्ट्रीट-लाइटें रात अपनी चमक से अदभुद नजारा पेश करती हैं इसी के चलते मरीन ड्राइव को क्वीन्स नैकलेस का नाम भी दिया गया है।

हाजी अली दरगाह

हाजी अली की दरगाह मुंबई के वरली तट पर एक छोटे से टापू पर बनी एक मस्जिद और दरगाह हैं। इसे सय्यद पीर हाजी अली शाह बुखारी की स्मृति में सन 1431 में बनाया गया था। यह दरगाह मुस्लिम एवं हिन्दू दोनों समुदायों के लिए विशेष धार्मिक महत्व रखती है। यह मुंबई का महत्वपूर्ण धार्मिक एवं पर्यटन स्थल भी है।

बाम्‍बे स्‍टाॅक एक्‍सचेंज

बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज भारत और एशिया का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज है। इसकी स्थापना 1875 मे हुई थी। इसकी पहुंच 417 शहरों तक है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज भारतीय शेयर बाज़ार के दो प्रमुख स्टॉक एक्सचेंजों में से एक है। दूसरा एक्सचेंज नेशनल स्टॉक एक्सचेंज है। भारत को अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय बाजार में श्रेष्ठ स्थान दिलाने में इसकी अहम भूमिका है।


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