फरवरी में घूमने के लिए टॉप 5 इंडियन ट्रैवल डेस्टिनेशंस
फरवरी के खुशगवार मौसम में घूमने-फिरने के लिए बेहतरीन हैं इंडिया की ये 5 जगहें। जहां आप रोड ट्रिप की कर सकते हैं प्लानिंग। जानते हैं इनके बारे में...
भारत एक ऐसी जगह है जहां घूमने के लिए इतने सारे डेस्टिनेशनंस हैं और हर एक जगह की अपनी अलग खासियत। फरवरी का महीना ऐसा होता है जब मौसम बहुत ही खुशगवार होता है। ऐसे में किले, वाइल्डलाइफ सेंचुरी और हिलस्टेशन जाकर न सिर्फ बहुत सारी चीज़ें देखने का मौका मिलता है बल्कि दो से तीन दिन की छुट्टियां भी इन्हें घूमने के लिए काफी होती हैं। तो आइए जानते हैं ऐसी ही कुछ शानदार जगहों के बारे में...
टूरिस्ट डेस्टिनेशन जो हैं फरवरी महीने में घूमने के लिए बेस्ट
माल देवता, उत्तराखंड
देहरादून लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। यहां के करीब 18 किमी. की दूरी पर माल देवता है। प्रकृति के गोद में बसा माल देवता का दृश्य देखते ही बनता है। यहां पहाड़ों से गिरने वाले छोटे-छोटे झरने पर्यटकों को आकर्षित ही नहीं बल्कि उन्हें वहां वक्त गुजारने पर मजबूर कर देते हैं। कहते हैं कि देहरादून आए और माल देवता नहीं गए तो आपने बहुत कुछ मिस कर दिया। नेचर वॉक के अलावा, तमाम तरह के एक्टिविटीज में भी हिस्सा ले सकते हैं। अगर चिडि़यों का चहचहाना पसंद है, तो बर्ड वॉचिंग का भी लुत्फ उठा सकते हैं। यहां की खूबसूरत वादियों में कैंपिंग का मन करे, तो रेंट पर कैंप आसानी से मिल जाते हैं। साथ ही यहां ट्रेकिंग का शौक भी पूरा कर सकते हैं। देहरादून का नजदीकी हवाई अड्डा जौली ग्रांट है, जो शहर से 20 किमी. दूर स्थित है। दिल्ली से दूहरादून के लिए वोल्वो, डीलक्स और उत्तराखंड राज्य परिवहन के बसें भी चलती है। ट्रेन से भी देहरादून जा सकते हैं।
आगरा, उत्तर प्रदेश
वीकेंड के लिए आगरा भी अच्छा ऑप्शन है जहां दिल्ली से यमुना एक्सप्रेस वे के जरिए एक दिन में घूमकर आ सकते हैं। फरवरी महीने में यहां ताज महोत्सव भी आयोजित होता है। आगरा में ताजमहल और इसके आसपास कई दूसरी घूमने वाली जगहें भी हैं। ताजमहल की वास्तुकला को दुनिया में सबसे नायाब मना जाता है। इसके अलावा मेहताब बाग जा सकते हैं। इस बाग की कल्पना ताजमहल से पहले की गई थी। यह उन जगहों में से एक है जहां से ताजमहल का नज़ारा देखा जा सकता है। आप फतेहपुर सीकरी भी जा सकते हैं, जो आगरा से लगभग 40 किमी की दूरी पर स्थित है। इस शहर को यूनेस्को द्वारा विश्व विरासत स्थल का दर्जा दिया गया है।
मोरनी, हरियाणा
हरियाणा स्थित मोरनी एक खूबसूरत जगह है। यह सिर्फ प्रकृति प्रेमियों को ही नहीं बल्कि एडवेंचर पसंद लोगों को भी आकर्षित करता है। यह जगह बोटिंग, ट्रैकिंग और कैंपिंग के लिए अनुकूल है। शिवालिक की पहाड़ियों पर स्थित पुराना ऐतिहासिक किला और यहां से 9 किमी की दूरी पर स्थित टिक्कर ताल घूमने वाली बहुत ही खूबसूरत जगहें हैं। अगर बच्चों के साथ जा रहे हैं तो यहां एडवेंचर थीम पार्क भी है। यहां पहुंचने के बाद लगेगा मानो भीड़भाड़ की दुनिया से कहीं दूर प्रकृति की गोद में आ गए हैं। मोरनी की सुखना झील भी टूरिस्टों को खूब भाती है। इसके अलावा सैलानी पाइन ट्रैक, रिवर ट्रैक और टीकर ताल ट्रैक में ट्रैकिंग और रिवर वैली में रॉफ्टिंग का मजा भी ले सकते हैं। मोरनी पहुंचने के लिए सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन कालका और चंडीगढ़ है।
नीमराणा, राजस्थान
राजस्थान के अलवर जिले में स्थित नीमराणा वीकेंड गेटवे की तरह है। अरावली रेंज में स्थित नीमराणा ऐतिहासिक फोर्ट के साथ-साथ खूबसूरत लेक, वैली और वाइल्डलाइफ के लिए भी मशहूर है। यह दिल्ली से करीब 122 किमी की दूरी पर दिल्ली-जयपुर हाइवे पर स्थित है। यहां का नीमराणा फोर्ट पैलेस काफी लोकप्रिय है। यह देश के प्राचीनतम हेरिटेज रिजॉर्ट्स में से एक है। यह भव्य किला बाहर से देखने में तो मनमोहक है ही, किले के अंदर से बाहर का नज़ारा उससे भी कहीं अधिक आकर्षक है। यह किला तीन एकड़ इलाके में पहाड़ी को काटकर बनाया गया है। इस तरह महल में नीचे से ऊपर जाना पहाड़ी चढ़ने जैसा ही है। यह काफी कलात्मक है। ज्यादातर कमरों की अपनी अलग बॉलकनी है, जो आसपास की प्रकृति का पूरा नजारा देती है। इसके आसपास महल, बाला किला, सरिस्का नेशनल पार्क, कैसरौली आदि भी घूमने वाली जगहें हैं। दिल्ली से अलवर के लिए बस मिलती है। वैसे खुद भी ड्राइव करके नीमराणा तक 3-4 घंटे में पहुंचा जा सकता है।
शिमला, हिमाचल प्रदेश
फैमिली के साथ स्नोफॉल के रोमांच से रूबरू होना चाहते हैं, तो फिर शिमला आइडियल डेस्टिनेशन हो सकता है। चारों तरफ प्रकृति के बेहद खूबसूरत नजारों से घिरे इस जगह पर इस मौसम में बर्फबारी का आनंद लिया जा सकता है। यहां का माल रोड खाने-पीने और शॉपिंग के लिए परफेक्ट है। पास ही में खूबसूरत चर्च भी है, जहां जाना न भूलें। अगर आपके पास समय है, तो जाखू मंदिर जरूर जा सकते हैं, यहां हमुमानजी की बड़ी प्रतिमा है। काली बारी मंदिर भी यहां का मुख्य आकर्षण है, यह मंदिर शहर से केंद्र में स्थित है। माल रोड पर फैमिली के साथ पारंपरिक परिधानों में फोटो खिंचवा सकते हैं। हालांकि उस समय यह आपको थोड़ा असहज लग सकता है, लेकिन इन यादों को लंबे समय तक संजो कर रखना चाहेंगे। शिमला दिल्ली से 370 किमी. और चंडीगढ़ से 117 किमी. दूर है। दिल्ली से कालका तक ट्रेन से जाकर कालका से शिमला तक का सफर टॉय ट्रेन से भी तय कर सकते हैं। 103 सुरंगों और हरी-भरी पहाडि़यों से गुजरते हुए इस सफर का अलग ही मजा है।