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हम्‍पी का वो चमत्‍कार जो सोनम कपूर कभी नहीं भूलेंगी, आप भी देखें इतिहास की वो हकीकत चीजें

सूर्योदय और सूर्यास्‍त देखने का शौक है तो आपको हम्‍पी आने की जरूरत है। यहां हर साल हजारों की संख्‍या में सैलानी आते हैं। इस बार सोनम कपूर भी अपना फोटोशूट करवाने के लिए हम्‍पी पहुंची थीं।

By Prabhapunj MishraEdited By: Published: Tue, 31 Oct 2017 01:27 PM (IST)Updated: Tue, 31 Oct 2017 01:27 PM (IST)
हम्‍पी का वो चमत्‍कार जो सोनम कपूर कभी नहीं भूलेंगी, आप भी देखें इतिहास की वो हकीकत चीजें
हम्‍पी का वो चमत्‍कार जो सोनम कपूर कभी नहीं भूलेंगी, आप भी देखें इतिहास की वो हकीकत चीजें

1- सोनम कपूर ने अपने सोशल मीडिया पर हम्‍पी में हुए अपने फोटो शूट की कुछ तस्‍वीरें शेयर की हैं। इसमें एक फोटो में वो सन सेट के साथ नजर आईं है। सोनम ने बताया कि उनके लिए यह दृश्‍य अद्भुत था। 

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2- हम्पी मध्यकालीन हिंदू राज्य विजयनगर साम्राज्य की राजधानी थी। तुंगभद्रा नदी के तट पर स्थित यह नगर अब हम्पी के नाम से जाना जाता है। शहर के शाही प्रवेश-द्वार पर हजारा राम मंदिर बना है।

 

3- यह नगर अब केवल खंडहरों के रूप में ही अवशेष है। इन्हें देखने से प्रतीत होता है कि किसी समय में यहाँ एक समृद्धशाली सभ्यता निवास करती होगी। हंपी का रथ मंदिर विशाल पत्थरों की कटाई करके निर्मित किया गया है। 

 4- भारत के कर्नाटक राज्य में स्थित यह नगर यूनेस्को द्वारा विश्व के विरासत स्थलों की संख्या में शामिल किया गया है। हर साल यहाँ हजारों की संख्या में सैलानी और तीर्थ यात्री आते हैं।

 

5- हम्पी का विशाल फैलाव गोल चट्टानों के टीलों में विस्तृत है। घाटियों और टीलों के बीच पाँच सौ से भी अधिक स्मारक चिह्न हैं। इनमें मंदिर, महल, तहख़ाने, जल-खंडहर देखने को मिलेगा। 

 

6- हम्पी में विठाला मंदिर सबसे शानदार स्मारकों में से एक है। इसके मुख्य हॉल में लगे 56 स्तंभों को थपथपाने पर उनमें से संगीत निकलता हैं। हॉल के पूर्वी हिस्से में प्रसिद्ध शिला-रथ है जो वास्तव में पत्थर के पहियों से चलता था। हम्पी

 

7- आरबीआई ने रथ मंदिर को 50 रूपए के नए नोट पर छापा है। इस नोट का रंग फिरोजी है। इसकी बनावट रथ के जैसी है इसलिए ही इसको रथ मंदिर कहा जाता है।  हंपी रथ मंदिर को आज से करीब 600 वर्ष पहले निर्मित किया गया था।

 

8- 50 के इस नोट के एक ओर महात्मा गांधी की तस्वीर होगी तो दूसरी ओर हंपी रथ मंदिर की तस्वीर आपको देखने को मिलेगी। यह हंपी मंदिर कर्नाटक की प्राचीन राजधानी विजय नगर साम्राज्य का है। 

 

9- 50 के नए नोट पर छपी हंपी रथ मंदिर की तस्वीर भारत की सांस्कृतिक धरोहर को प्रदर्शित करेगी। हंपी आधुनिक कर्नाटक राज्य की प्राचीन राजधानी विजय नगर का ही एक हिस्सा है। इस रथ मंदिर की विशेषता यह है कि पत्थर का होने के बाद भी इस हंपी रथ मंदिर के हर पार्ट को खोल कर कहीं भी ले जाया जा सकता है तथा रथ के ऊपर बने पत्थर के खंबों को बजाने से संगीत निकलता है।

 

10- हंपी एक विशाल साम्राज्य था। पुरातत्व विभाग भी आज इसको करीब 24 वर्ग किमी के दायरे में फैला हुआ मानता है। यहां पर आज भी विरुपाक्ष मंदिर, हजारराम मंदिर, विट्ठल मंदिर आदि दर्शनीय हैं।


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