लखनऊ से वाराणसी तक दौड़ेगी शताब्दी, पर्यटकों के लिए होगा खास इंतजाम
बड़ा इमामबाड़ा, छोटा इमामबाड़ा, रूमी दरवाजा, राम मनोहर लोहिया पार्क, अम्बेडकर पार्क म्यूजियम का एक अलग ही आर्कषण है.
अगर आप लखनऊ से बनारस या बनारस से लखनऊ घूमना चाहते हैं, तो आप कम समय में घूमने का मजा ले सकते हैं. लखनऊ से दिल्ली के बीच शताब्दी एक्सप्रेस की तर्ज पर अब लखनऊ से वाराणसी के बीच भी शताब्दी दौड़ाई जाएगी. इस योजना से हजारों दैनिक यात्रियों को राहत मिलेगी. इस वक्त उतरेटिया-सुल्तानपुर-वाराणसी रेलखंड के बीच दोहरीकरण व विद्युतीकरण का काम हो चुका है. इस रूट पर ट्रेनों व उनकी गति बढ़ाने पर विचार चल रहा है. इसी क्रम में सुल्तानपुर के रास्ते वाराणसी तक शताब्दी चलाने पर मंथन हो रहा है. ट्रेन लखनऊ से शाम छह बजे चलकर रात 10 बजे वाराणसी पहुंचेगी. वहीं, वाराणसी से सुबह छह बजे रवाना होकर 10 बजे लखनऊ पहुंचेगी. इस रूट पर जून महीने तक ट्रेन चलने की उम्मीद की जा रही है.
क्या होगा खास
यहां शताब्दी चलने का सबसे बड़ा फायदा ये होगी कि इससे पर्यटक बिना किसी परेशानी के लखनऊ और बनारस घूम सकेंगे. पर्यटकों को ध्यान में रखते हुए ट्रेन ट्रेन के स्टेशनों और समय का पूरा ध्यान रखा गया है. ट्रेन में बनारस-लखनऊ की जगहों को जानने के लिए पोस्टर लगाए जाएंगे. साथ ही बुकलेट जारी की जा सकती है.
बनारस में क्या है खास
बनारस में काशी विश्वनाथ मंदिर, अस्सी घाट, सारनाथ म्यूजियम, गंगा आरती आदि जगहों का विशेष आर्कषण है.
लखनऊ में क्या है खास
बड़ा इमामबाड़ा, छोटा इमामबाड़ा, रूमी दरवाजा, राम मनोहर लोहिया पार्क, अम्बेडकर पार्क म्यूजियम का एक अलग ही आर्कषण है.