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'द जंगल बुक' स्टोरी में भी मिलता है मध्यप्रदेश के इस नेशनल पार्क का जिक्र

महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश के बार्डर पर स्थित पेंच नेशनल पार्क में टाइगर, नील गाय, सांभर, हिरन इन जानवरों के अलावा कई खूबसूरत पक्षी भी देखने को मिलेंगे।

By Priyanka SinghEdited By: Published: Mon, 26 Nov 2018 03:41 PM (IST)Updated: Mon, 26 Nov 2018 03:41 PM (IST)
'द जंगल बुक' स्टोरी में भी मिलता है मध्यप्रदेश के इस नेशनल पार्क का जिक्र
'द जंगल बुक' स्टोरी में भी मिलता है मध्यप्रदेश के इस नेशनल पार्क का जिक्र

पेंच नेशनल पार्क मध्यप्रदेश के सियोनी और छिंदवाडा जिले में स्थित है। पार्क से होकर बहती हुई पेंच नदी के नाम पर इसका नाम पेंच नेशनल पार्क पड़ा। ये भारत के सबसे मशहूर और शानदार टाइगर रिजर्व में से एक है। जिसका जिक्र इंग्लिश राइटर रूडयार्ड किपलिंग की फेमस स्टोरी 'द जंगल बुक' में भी मिलता है।

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पेंच नेशनल पार्क का आकर्षण

जीव-जंतु

यहां पक्षियों की लगभग 170 प्रजातियां पाई जाती हैं। जिनमें पीफॉउल, क्रो पीजेंट, जंगलफॉउल, रेड वेंटेड बुलबुल, क्रिमसन ब्रेस्टेड बार्बेट, मैगपाई रॉबिन, लेसर व्हीसलिंग टील, रैकेट टेल्ड ड्रोंगो, एगरेट, पीनटेल, शोवेलर और हेरोन्स खास हैं।

इनके अलावा 39 प्रकार के स्तनधारी, 13 तरह के रेंगने वाले और 3 प्रकार के उभयचर जंतु भी पाए जाते हैं। घना जंगल होने की वजह से यह पार्क चीतल, लकड़बग्घा, गिलहरी, सुअर, नील गाय, साही, सियार, काले हिरण, लोमड़ी, सांभर इन जंतुओं के लिए भी उपयुक्त है।

पेड़-पौधे

पेंच नेशनल पार्क में कई तरह के पेड़-पौधे भी मौजूद हैं। इतना ही नहीं हर्ब्स और आयुर्वेदिक पेड़-पौधों की वैराइटी भी यहां देखने को मिलती है। लेकिन इनसे छेड़छाड़ न करें क्योंकि इनमें कई खतरनाक झाड़ियां भी शामिल हैं।

नेशनल पार्क में सफारी

बदलते सीज़न के साथ पार्क में सफारी की टाइमिंग्स भी बदलती रहती है। मानसून जानवरों की ब्रीडिंग का सीज़न होता है इसलिए उस दौरान पार्क टूरिस्टों के लिए बंद रहता है। 16 अक्टूबर से ये फिर से खोला जाता है जो जून तक खुला रहता है। सुबह 7.30 और 10.30 बजे से सफारी शुरू होती है और गर्मियों (मार्च-जून) में शाम को 3 और 5 बजे।

कब आएं

पेंच नेशनल पार्क घूमने की प्लानिंग नवंबर से फरवरी के बीच करना बेहतर होगा जब यहां का मौसम ठंडा होता है जिसमें आप पूरा पार्क आराम से घूमते हुए देख सकते हैं। वहीं गर्मियों में ये बहुत ही मुश्किल होता है। हां, मानसून में यहां आने का प्लान बिल्कुल न बनाएं क्योंकि उस दौरान भी पार्क में घूमना चैलेजिंग होता है। अक्टूबर में पार्क आम लोगों के लिए बंद रहता है।

कैसे पहुंचे

हवाई मार्ग- नागपुर का सोनगांव एयरपोर्ट पेंच नेशनल पार्क से 93 किमी की दूरी पर है। लगभग सभी बड़े शहरों से नागपुर के लिए फ्लाइट की सुविधा मिलती है।

रेल मार्ग- सिवनी रेलवे स्टेशन यहां का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन है जो पेंच नेशनल पार्क से महज 30 किमी की दूरी पर है।

सड़क मार्ग- सिवनी बस स्टैंड से लगातार पेंच नेशनल पार्क के लिए बस और जीप चलती रहती हैं। सिवनी मध्यप्रदेश से लेकर महाराष्ट्र हर जगह से जुड़ा हुआ है।


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