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World Heritage Day 2020: कोरोना वायरस से पड़ रहा है हेरिटिज टूरिज़म पर गहरा असर!

World Heritage Day 2020इस वायरस से 3691 पर्यटन स्थल और 50 स्मारक पूरी तरह से बंद हैं जिसमें मंदिर मस्जिदचर्च सहित सभी UNESCO के अंतर्गत आने वाले ऐतिहासिक विरासत स्थल शामिल हैं।

By Ruhee ParvezEdited By: Published: Fri, 17 Apr 2020 09:28 PM (IST)Updated: Sat, 18 Apr 2020 09:59 AM (IST)
World Heritage Day 2020: कोरोना वायरस से पड़ रहा है हेरिटिज टूरिज़म पर गहरा असर!
World Heritage Day 2020: कोरोना वायरस से पड़ रहा है हेरिटिज टूरिज़म पर गहरा असर!

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। World Heritage Day: कोरोना वायरस से पूरा विश्व लॉकडाउन स्थिति में है। वहीं, भारत के भी सभी राज्यों पर भी 3 मई तक के लिए पूरी तरह से लॉकडाउन लगा दिया गया है। इस वायरस से 3691 पर्यटन स्थल और 50 स्मारक पूरी तरह से बंद हैं, जिसमें मंदिर, मस्जिद, चर्च सहित सभी UNESCO के अंतर्गत आने वाले धार्मिक और ऐतिहासिक विरासत स्थल भी शामिल हैं। 

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इस लिस्ट में उत्तर प्रदेश सबसे ऊपर है जहां 745 विरासत स्थलों को बंद किया गया है। दूसरे नंबर पर कर्नाटक है, जहां 506 विरासत स्थलों को बंद किया गया है। तीसरे नंबर पर तमिलनाडु है जहां 413 विरासत स्थलों को बंद किया गया है। 

कमाई के मामले में ताजमहल सबसे आगे है

8 जुलाई 2019 को लोक सभा में पर्यटन मंत्री ने ताजमहल के रेवेन्यू के बारे में बताया था कि ताजमहल में पर्यटकों की संख्या काफी बढ़ी है और इससे उसकी कमाई पर भी असर पड़ा है। 2018-2019 में ताजमहल की कमाई 289 करोड़ रुपए थी। जबकि 6 करोड़ की कमाई ऑनलाइन टिकट सेल से हुई। आगरा में स्थित ताजमहल 116 विरासत स्थलों में सबसे अधिक कमाई करने वाला स्थल है। इस दरम्यान 68 लाख लोग ताजमहल को देखने आए। वहीं, 2017-2018 में कुल 64 लाख लोग ताजमहल का दीदार करने आए थे, उनसे कुल 56 करोड़ की कमाई हुई थी। 

आगरा किला भी पीछे नहीं 

2018-2019 के दरम्यान कुल 24 लाख लोग इसे देखने पहुंचे थे, जिससे आगरा किले की कमाई 35 करोड़ हुई। वहीं, 2018-2019 के दौरान कुल 35 लाख लोग दिल्ली के लाल किला देखने आए, जिससे 21 करोड़ की आमदनी हुई। जबकि, कुतुब मीनार को देखने 29 लाख लोग आए, जिससे कुल 26 करोड़ की कमाई हुई। 

ताजमहल चौथी बार हो रहा है बंद 

ऐसा चौथी बार हो रहा है जब ताजमहल को बंद करना पड़ रहा हो। सबसे पहले 1942 में दूसरे विश्व युद्ध के दौरान इसे बंद किया गया था, दूसरी बार 1971 में भारत और पकिस्तान के बीच युद्ध के कारण बंद किया गया था। तीसरे बार 1978 में आगरा में बाढ़ आने की वजह ताजमहल बंद हुआ था और अब 2020 में कोरोना के कारण बंद किया गया है। 

अर्थव्यवस्था पर पड़ता है बुरा असर

पर्यटन स्थलों को बंद किए जाने से एक लाख 50 हजार लोग बेरोज़गार हो गए हैं, जिसमें गाइड, रिक्शा चलाने वाले और दुकानदार शामिल हैं। कोरोना वायरस के फैलने से वे लोग बेरोज़गार हो चुके हैं। वहीं, आगरा में 2 हजार गाइड्स हैं जो रोज़ाना एक हज़ार से 5 हज़ार तक कमाते हैं, फ़िलहाल वो भी बेरोज़गार हो गए हैं। इस वायरस ने कई लोगों की रोज़ी रोटी छीन ली है और अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ा है। 

राजस्थान में भी सभी स्मारक बंद हैं। जहां देश विदेश से लाखों सैलानी आते हैं, जो हवा महल, चित्तौरगढ़, कुंभलगढ़ फोर्ट, अजमेर दरगाह, पुष्कर आदि जगहों पर जाते हैं लेकिन राज्य सरकार ने 3 मई तक सभी सार्वजनिक स्थलों को बंद कर दिया है। इससे अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। 


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