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स्वाद और शॉपिंग के शौकीनों के लिए कोच्चि की बेस्ट लोकेशन, मजेदार बन जाएगी ट्रिप

अगर आप शहर की आपाधापी से दूर शांति में सूर्यास्त के दृश्य का आनंद उठाना चाहते हैं तो चेराई बीच जरूर जाएं। इस बीच तक आप फेरी से समुद्र के रास्ते भी पहुंच सकते हैं।

By Pratima JaiswalEdited By: Published: Fri, 20 Jul 2018 12:36 PM (IST)Updated: Sat, 21 Jul 2018 06:00 AM (IST)
स्वाद और शॉपिंग के शौकीनों के लिए कोच्चि की बेस्ट लोकेशन, मजेदार बन जाएगी ट्रिप
स्वाद और शॉपिंग के शौकीनों के लिए कोच्चि की बेस्ट लोकेशन, मजेदार बन जाएगी ट्रिप

ब्लॉगर सुजीत भक्तन बताते हैं, 'अगर आप शाकाहारी हैं तो आपके लिए यहां साल में एक बार बहुत बड़ा फेस्ट-आरन्मूला वल्लसाध्या 15 जुलाई से 2 अक्टूबर के बीच सरी पार्थसारथी टेंपल, अरन्मूला में होता है। जिसमें भक्त अपने आराध्यदेव पार्थसारथी कृष्णा को महाभोज अर्पित करते हैं। इस भोज में 70 प्रकार की खाद्य सामग्री होती है और वह भी शुद्ध शाकाहारी।' अगर आप भी ऐसी दिव्य दावत करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको पहले से बुकिंग करानी होगी। अगर आप सिर्फ इस दावत को चखना चाहते हैं तो कूपन लेकर इस दावत का लुत्फ उठाया जा सकता है। चूंकि यह धर्म से जुड़ा फेस्ट है, इसलिए कुछ गाइडलाइंस भी हैं, जिनका पालन करना अनिवार्य है। यह महाभोज बोट रेस से पहले आयोजित की जाती है। इसे खाने से पहले आपको संस्कृत के मंत्रों का उच्चारण भी करना होगा, साथ ही कोरस में गाना भी होगा। यह मंदिर अरानमुला में स्थित है, जो कोच्चि से 120 किलोमीटर की दूरी पर है।

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दर्शनीय हैं ये स्थल

विलिंगजा द्वीप: सबसे बड़े मानवनिर्मित द्वीप विलिंगडन का निर्माण ब्रिटिश सरकार ने व्यापारिक संबंधों को बढ़ाने के लिए किया था। इस समुद्री बंदरगाह को बनाने के लिए रेतीली भूमि का एक हिस्सा वेम्बानाड़ झील से बाहर निकाला गया और आज यह भारत का सबसे बड़ा मानव निर्मित द्वीप है। विलिंगडन द्वीप कोच्चि में स्थित एक समुद्री बंदरगाह है। इस द्वीप का निर्माण इस तरह किया गया है कि यह सड़क मार्ग और रेल मार्ग से आसानी से जुड़ता है। इस द्वीप का नाम सर विलिंगडन के नाम पर रखा गया। उन्होंने ही इस प्रोजेक्ट की शुरुआत की थी। यह एक आकर्षक पिकनिक स्थल भी है, जो बैकवाटर पर्यटन के रूप में तेजी से विकसित हो रहा है। यहां बोटिंग, फिशिंग और साइटसीइंग के अनुभवों का आनंद लिया जा सकता है।

चेराई बीच

चेराई बीच कोच्चि के लोकप्रिय समुद्र तटों में से एक है। यह कोच्चि से लगभग 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। अगर आप शहर की आपाधापी से दूर शांति में सूर्यास्त के दृश्य का आनंद उठाना चाहते हैं तो चेराई बीच जरूर जाएं। इस बीच तक आप फेरी से समुद्र के रास्ते भी पहुंच सकते हैं। यहां आकर आप ताजा समुद्री भोजन का लुत्फ बड़े ही मुनासिब दामों पर उठा सकते हैं।

कोट्टायम

यह कोच्चि से मात्र 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। कोट्टायम मलयालम भाषा का शब्द है, जिसका अर्थ होता है-किला। इस छोटे से शहर में बहुत कुछ है देखने को, जैसे-पुंजार महल, थिरूंक्कारा महादेव मंदिर, पल्लीचप्पतराथू कावू, थिरूवेरपू मंदिर और सरस्वती मंदिर आदि। कोट्टायम को वेम्बनाड झील का वरदान प्राप्त है, इसलिए यहां के बैकवाटर्स बहुत खूबसूरत हैं। आप पानी की इन सुंदर नहरों में बोटिंग कर सकते हैं। ओणम पर्व के मौके पर पर यहां नौकायन प्रतियोगिता आयोजित की जाती है। जुलाई माह में यहां प्रसिद्ध एलिफेंट परेड आयोजित की जाती है, जिसे देखने देश-विदेश से सैलानी आते हैं। हाथियों को खूबसूरत स्वर्ण मुकुट से सजाया जाता है। गीत-संगीत के साथ यह परेड निकलती है।

 

हेरिटेज शॉपिंग का आनंद

शॉपिंग के मामले में कोच्चि जहां हेरिटेज मार्केट के लिए जाना जाता है, वहीं आधुनिकता में भी किसी से पीछे नहीं है। फोर्ट कोच्चि से मटनचेरी तक के दो किलोमीटर के दायरे में फैला बाजार रोड हमेशा सैलानियों को लुभाता है। यहां से आप एंटीक सामान, फर्नीचर, कपड़े और केरल के शानदार खुशबूदार मसाले खरीद सकते हैं। दालचीनी, छोटी इलायची, जायफल, जावित्री और कालीमिर्च की ताजा-ताजा खुशबू आपको मोह लेगी। फोर्ट कोच्चि में सोवेनियर शॉप से छोटी हाउसबोट और कथकली का मुखौटा खरीदना न भूलें। यहां से नारियल के तेल से बने होम मेड साबुन भी जरूर खरीदें। अगर आप केरल की पारंपरिक गोल्डन जरी बॉर्डर वाली सफेद साड़ी खरीदना चाहते हैं तो महात्मा गांधी रोड मार्केट सबसे सही जगह है। यहां से आप बच्चों के लिए केरल के पारंपरिक परिधान भी खरीद सकते हैं। आप यहां से केले के चिप्स जरूर खरीदें। ये मीठे और नमकीन दोनों तरह के होते हैं। देश का सबसे बड़ा शॉपिंग माल माना जाने वाले लूलू शॉपिंग मॉल कोच्चि में ही है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इसके फूड कोर्ट में एक समय में 3000 लोग एक साथ भोजन कर सकते हैं।

 

आयुर्वेद स्पा और पंचकर्म

आप कोच्चि जाएं और यहां की प्राचीन आयुर्वेद की शरण में न जाएं तो आपकी यात्रा अधूरी मानी जाएगी। सात समंदर पार करके लोग यहां आते हैं। दरअसल, यहां हजारों साल से संजोकर रखी गई केरल की आयुर्वेद स्पा और पंचकर्म की जादुई दुनिया आपको स्वस्थ और स्फूर्ति से नया जीवन देगी। यहां फोर्ट कोच्चि में अनेक केरली आयुर्वेद स्पा और पंचकर्म सेंटर हैं, जो अपनी पारंपरिक पद्धति से आपको स्पा ट्रीटमेंट देते हैं। इनमें प्रमुख हैं-शिरोधारा, पंचकर्म, मड थेरेपी आदि।

कैसे पहुंचें?

कोच्चि रेल, वायु और सड़क मार्ग से देश के सभी मुख्य शहरों से जुड़ा हुआ है।


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