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इस द्वीप पर जाने की है मनाही, जानें इससे जुड़े अनसुलझे रहस्य

यह द्वीप भारत का अभिन्न अंग है। नॉर्थ सेंटिनल द्वीप केंद्र शाषित प्रदेश अंडमान-निकोबार की राजधानी पोर्ट ब्ल्येर से महज 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। पोर्ट ब्ल्येर से नजदीक होने के बावजूद आज तक इस द्वीप से संपर्क नहीं जुड़ पाया है।

By Umanath SinghEdited By: Published: Fri, 31 Jul 2020 06:12 PM (IST)Updated: Mon, 07 Dec 2020 06:05 PM (IST)
इस द्वीप पर जाने की है मनाही, जानें इससे जुड़े अनसुलझे रहस्य
अमेरिकी नागरिक जॉन एलन ने नॉर्थ सेंटिनल द्वीप पर जाने की कोशिश की थी।

दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। दुनिया में कई ऐसे रहस्यमयी स्थान हैं, जो विज्ञान के लिए आज भी पहेली बनी है।  इनमें एक रहस्यमयी स्थान नॉर्थ सेंटिनल द्वीप है। यह द्वीप अपनी समुद्री खूबसूरती के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध है। यह द्वीप भारत का अभिन्न अंग है। नॉर्थ सेंटिनल द्वीप केंद्र शाषित प्रदेश अंडमान-निकोबार की राजधानी पोर्ट ब्ल्येर से महज 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। पोर्ट ब्ल्येर से नजदीक होने के बावजूद आज तक इस द्वीप से संपर्क नहीं जुड़ पाया है। मानो वह कहना चाहते हैं कि उन्हें उनके हाल पर छोड़ दिया जाए। उन्हें किसी बाहरी व्यक्ति से कोई सरोकार नहीं है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, इस द्वीप पर कुछ लोग ही रहते हैं। जब कभी किसी बाहरी व्यक्ति ने इस द्वीप पर जाने की कोशिश की है। उसे इसकी कीमत जान देकर चुकानी पड़ी है।

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कई बार सरकार की तरफ से भी कोशिश की गई है, लेकिन द्वीप के स्थानीय निवासियों ने सरकार की मदद को ठुकरा दिया है। कई बार लोगों ने यहां के स्थानीय निवासियों से संपर्क साधने की कोशिश की, लेकिन यहां के लोग किसी बाहरी व्यक्ति से दोस्ताना संबंध नहीं रखना चाहते हैं। इस वजह से यह द्वीप आज भी रहस्य्मयी है। इस द्वीप के लोग आदिवासियों की तरह जीवन यापन कर रहे हैं।  अगर आपको इस द्वीप के बारे में नहीं पता है,  तो आइए जानते हैं-

नॉर्थ सेंटिनल द्वीप

हाल के वर्षों में अमेरिकी नागरिक जॉन एलन ने नॉर्थ सेंटिनल द्वीप पर जाने की कोशिश की थी। उनके इस प्रयास में स्थानीय मछुआरों ने उनकी मदद की, लेकिन जैसे ही वह द्वीप पर पहुंचें। स्थानीय लोगों ने जॉन पर तीरों की बौछार कर दी। इस हमले में जॉन की मौत हो गई। इसके बाद से सरकार ने नॉर्थ सेंटिनल द्वीप को प्रतिबंधित कर दिया है। इस द्वीप पर जाने से पहले सरकार से अनुमित लेनी होती है।


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