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जानें, क्यों दमस बीच पर रात में ठहरने की है मनाही और क्या है इसकी सच्चाई

इस बारे में स्थानीय लोगों का कहना है कि कभी-कभी ऐसा एहसास होता है कि प्रेत लोग मिलकर जश्न मनाते रहते हैं। इस बीच पर शाम के बाद रुकना बेहद खतरनाक साबित होता है।

By Umanath SinghEdited By: Published: Fri, 07 Aug 2020 01:47 PM (IST)Updated: Fri, 07 Aug 2020 01:47 PM (IST)
जानें, क्यों दमस बीच पर रात में ठहरने की है मनाही और क्या है इसकी सच्चाई
जानें, क्यों दमस बीच पर रात में ठहरने की है मनाही और क्या है इसकी सच्चाई

दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। भारत में कई ऐसी जगह है जो बेहद भूतिया है। इन जगहों के किस्से पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। कई बार लोगों ने इन जगहों पर प्रेतात्मा को देखने का दावा किया है। इसलिए इन स्थानों पर रात में ठहरने की मनाही है। इन जगहों में एक भूतिया जगह दमस बीच है। इस बीच की खूबसूरती देखने लायक है। खासकर चंद्रमा की छटा जब दरिया किनारे रेतों पर पड़ती है, तो दृश्य बेहद मनमोहक हो जाता है।

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साथ ही रात के समय में लहरों की आवाज और चांद की रौशनी से पानी का मोतियों जैसा चमकना बेहद प्यारा लगता है। हालांकि, रात में इस जगह पर ठहरना खतरे से खाली नहीं है। दमस बीच के बारे में ऐसा कहा जाता है कि इस बीच पर काले साये का प्रकोप है। अगर आपको दमस बीच के बारे में नहीं पता है, तो आइए जानते हैं-

दमस बीच कहां है

दमस बीच गुजरात राज्य के सूरत एयरपोर्ट से महज 3 किलोमीटर दूर है। जबकि यह बीच 2 किलोमीटर तक फैला हुआ है। इस बीच पर पहुंचने के लिए यात्री सेवाएं उपलब्ध हैं। यह बीच बेहद ही सुंदर और आकर्षक है। इस बीच की रेत सफ़ेद नहीं बल्कि काली है। इसे लवर पॉइंट भी कहा जाता है, क्योंकि काफी संख्या में यहां आते हैं, जिनमें युवा अधिक होते हैं।

दमस बीच की सच्चाई

ऐसा माना जाता है कि इस बीच पर पहले नवाबों का बसेरा था, लेकिन आधुनिक समय में यह बीच मछुवारों का बसेरा है। हालांकि, मछुवारे भी दिन के समय में भी रहते हैं। शाम ढलते ही वे अपने घरों पर लौट जाते हैं, क्योंकि शाम ढलते ही प्रेतों का तांडव शुरू हो जाता है। रोने और सिसकने की आवाजें आने लगती हैं।

इस बारे में स्थानीय लोगों का कहना है कि कभी-कभी ऐसा एहसास होता है कि प्रेत लोग मिलकर जश्न मनाते रहते हैं। इस बीच पर शाम के बाद रुकना बेहद खतरनाक साबित होता है। हालांकि, इन दावों की आधिकारिक पुष्टि अभी तक नहीं हुई है, लेकिन आप जब भी दमस बीच जाएं, तो शाम ढलने से पहले जरूर वापस लौट आएं।


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